लखनऊ: लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर योजना (lucknow green corridor scheme) को शुरू करने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) ने तेजी से काम शुरू कर दिया है. अक्टूबर से पहले चरण के काम को शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. शुक्रवार को नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन इस प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगे. लखनऊ में दो महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट पर योगी सरकार का पूरा फोकस है. ग्रीन कॉरिडोर के साथ ही अयोध्या की तर्ज पर सिटी डेवलपमेंट प्लान तैयार किया जाना है. एलडीए ने इसे बनाने के लिए कंसल्टेंट चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
अक्टूबर से शुरू होगा काम
गोमती नदी किनारे फोर लेन ग्रीन कॉरिडोर के निर्माण से शहर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर आना-जाना आसान होगा. बिना शहर में प्रवेश किए सीधे ग्रीन कॉरिडोर के जरिए आईआईएम से शहीद पथ का सफर तय किया जा सकेगा. कॉरिडोर के पहले फेस का निर्माण कार्य अक्टूबर से शुरू होना है. एलडीए के मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह ने बताया कि कंसल्टेंट टाटा कंसल्टेंसी सर्विस इंजीनियर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है.
डेढ़ माह में फिजिबिलिटी रिपोर्ट व 3 माह के अंदर तैयार करेगी डीपीआर
कंपनी को डेढ़ माह में फिजिबिलिटी रिपोर्ट व 3 माह के अंदर डीपीआर तैयार करके देनी है. इस प्रोजेक्ट की निगरानी की जिम्मेदारी एलडीए के पास है. वहीं प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट (पीआईयू) का गठन भी हो रहा है. मुख्य अभियंता का चयन किया जा चुका है, जबकि राजस्व अधिकारी व मुख्य नगर नियोजक के लिए पर्याप्त आवेदन न आने से तीसरी बार आवेदन मांगे गए हैं. वहीं 20 किलोमीटर लंबे इस ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए कई विभागों की जमीन व बजट की जरूरत होगी.
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नगर विकास मंत्री करेंगे प्रोजेक्ट की समीक्षा
इसी सिलसिले में नगर विकास मंत्री शुक्रवार को निदेशालय में प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगे. बैठक में एलडीए के अलावा लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, नगर निगम, सेतु निगम समेत अन्य विभाग के आला अधिकारी उपस्थित रहेंगे. ग्रीन कॉरिडोर के बनने से रायबरेली रोड, एसजीपीजीआई, तेलीबाग, आशियाना, कानपुर रोड, एल्डिको, शहीद पथ, सीजी सिटी, अजुेनगंज, अहमामऊ, सरसवा, मलेशेमऊ, मकदूमपुर, अंसल, गोमती नगर विस्तार, इस्माइलगंज, कमता, चिनहट, फैजाबाद रोड, इंदिरा नगर, दुबग्गा, हाजी कॉलोनी, बसंत कुंज योजना, मडियांव, आईआईएम सहित सीतापुर रोड पर बसी कॉलोनियों के साथ शहर की 20 लाख से अधिक आबादी को फायदा होगा.