लखनऊः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ से गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे और पूरे मार्ग पर एक साथ काम शुरू हो जाएगा. कुल चार स्ट्रेच का काम कंपनियों में बांट दिया गया है. जिसमें तीन का काम मेसर्स अडानी लिमिटेड को दिया गया है.
मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 किमी लंबे छह लेन गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण का जिम्मा अडानी समूह और आईआरबी को सौंपा गया है. यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा. मेरठ से अमरोहा तक एक चरण का काम आईआरबी को मिला है. चुनाव से पहले पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी इसका शिलान्यास करेंगे.
मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित 594 किमी लंबे छह लेन गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण का जिम्मा अडानी समूह और आईआरबी को दिया गया है. यूपीडा बुधवार को करीब 36 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट के लिए कंपनियों का चयन किया था. जिसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार को की गई.
कुल तीन कंपनियों ने बोली लगाई थी. पहले चरण में मेरठ से अमरोहा तक का काम आईआरबी को मिला है. अमरोहा से प्रयागराज तक तीन चरणों का काम अडानी समूह करेगा. मेरठ को प्रयागराज से जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा है. इसके सहारे औद्योगिक कॉरिडोर भी बसाया जाएगा. मेरठ में 152 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है. जमीन किसानों से सहमति के आधार पर ली जा रही है.
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मेरठ में सिर्फ 23 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण ही बाकी है. इसके लिए शासन की ओर से एक समिति का गठन किया गया है. ये समिति गांव में जाकर किसानों को गंगा एक्सप्रेस-वे की खूबियों के बारे में बताएगी.