लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में वर्क फ्रॉम होम का आदेश दिया है. लॉक डाउन के दौरान किसी भी विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेज में परीक्षाएं और मूल्यांकन कार्य नहीं कराए जाएंगे. उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग ने उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक समेत क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों के कुलसचिव और सभी निजी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव को पत्र भेजकर सूचित किया है कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग लागू है.
पत्र में स्पष्ट किया गया है कि शिक्षण संस्थानों में संचालित परीक्षाएं और मूल्यांकन कार्य 14 अप्रैल तक स्थगित रखे जाए. सभी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने और पढ़ाने वालों को वर्क फ्रॉम होम दिया जाए. इसके साथ ही ऑनलाइन पाठ्य सामग्री तैयार करने, ऑनलाइन पढ़ाने और ऑनलाइन मूल्यांकन के कार्य कराए जा सकते हैं, लेकिन किसी भी ऐसे कार्य की अनुमति नहीं दी गई है जो समूह में बैठकर करना हो. शिक्षण संस्थानों में जो विदेशी छात्र छात्रावासों में निवास कर रहे हैं वह अपने छात्रावास में रहेंगे और आवश्यक सुरक्षा उपायों को अपनाएंगे।