लखनऊ: केजीएमयू के महिला रोग विभाग में मंगलवार को मेनोपॉज़ल हार्मोन थेरेपी (Menopausal Hormone Therapy) पर स्नातकोत्तर सीएमई का कार्यक्रम हुआ. डॉ. यशोधरा प्रदीप, एफओजीएसआई की उपाध्यक्ष ने मेनोपॉज के विभिन्न पहलुओं और पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में मेनोपॉज़ल हॉर्मोन थेरेपी के लाभकारी प्रभावों पर बात की. सीएमई में केजीएमयू, एरा मेडिकल कॉलेज, चरक मेडिकल कॉलेज के स्नातकोत्तर और फैकल्टी और अन्य मेडिकल कॉलेजों के छात्रों ने अच्छी तरह से भाग लिया.
प्रोफेसर एसपी जैसवार (Professor SP Jaiswar), एचओडी डिपार्टमेंट ऑफ बीएंडजीवाईएन ने युवा स्त्री रोग विशेषज्ञों के लाभ के लिए ऐसे और सीएमई आयोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि मेनोपॉज़ल हार्मोन थेरेपी (एमएचटी) जिसे पोस्टमेनोपॉज़ल हार्मोन थेरेपी और हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी भी कहा जाता है.
उन्होंने कहा कि यह एक उपचार है, जिसे डॉक्टर रजोनिवृत्ति के सामान्य लक्षणों (Common symptoms of menopause) से छुटकारा पाने और लंबी अवधि के जैविक परिवर्तनों जैसे हड्डी के नुकसान, जिसके परिणामस्वरूप रजोनिवृत्ति के दौरान और बाद में एक महिला के शरीर में प्राकृतिक हार्मोन एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर में गिरावट होने लगती है.
यूपी में मिले 821 कोविड मरीज, जानिए सक्रिय केसों की संख्या: प्रदेश में लगातार कोविड संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से जारी कोविड अपडेट के मुताबिक, बीते 24 घंटे में मंगलवार को 821 संक्रमित मरीज मिले, वहीं 502 मरीज कोविड से ठीक हुए, जबकि सक्रिय केसों की संख्या 4008 पहुंच गई है. लगातार सक्रिय केसों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, हालांकि बीते सोमवार को मरीजों की संख्या में थोड़ी गिरावट दर्ज हुई थी, लेकिन मंगलवार को दोगुनी रफ्तार से कोरोना के केस बढ़े हैं.
ये भी पढ़ें- नवाब जाफर मीर अब्दुल्लाह का निधन, कर्बला तालकटोरा में होंगे सुपुर्द ए खाक