लखनऊ: डीजीपी ओपी सिंह के निर्देश में उत्तर प्रदेश पुलिस महिला सशक्तिकरण की ओर लगातार अग्रसर है. इसी क्रम में राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जिलों में पहली बार डायल 112 आपात सेवा की महिला पीआरवी की झलक गणतंत्र दिवस की परेड में देखने को मिलेगी.
महिला पुलिसकर्मियों में दिखा विशेष उत्साह
गणतंत्र दिवस के समय परेड के दौरान पीआरवी पर तैनात महिला जवान पुलिस के गौरव और साहस को भी लोगों के सामने प्रस्तुत करेंगी. राजधानी में हुई गणतंत्र दिवस की परेड के पूर्वाभ्यास में महिला पीआरवी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस अवसर पर महिला पुलिसकर्मियों में विशेष उत्साह देखने को मिलेगा.
....इस वजह से महिला पीआरवी की हुई शुरुआत
महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था, जिसको पूरा करने के लिए महिला पीआरवी का शुभारंभ हुआ. सभी जनपदों में मौजूद पीआरवी की 10 प्रतिशत महिला पीआरवी के रूप में कार्य कर रही हैं. इतना ही नहीं, महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए रात में महिला एस्कॉर्ट की भी पुलिस विभाग की ओर से व्यवस्था की गई है.
महिला पीआरवी कर रही मदद
शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र, महिला एस्कॉर्ट की सुविधा का लाभ रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक उठाया जा सकता है. इसका लाभ उठाने के लिए पीड़ित महिला को महज डायल 112 नंबर पर कॉल करने की आवश्यकता है. उक्त आपात नंबर पर कॉल करने के तत्काल बाद पीड़ित के आसपास जो भी महिला पीआरवी गश्त कर रही होगी, पहुंचकर पीड़िता को सकुशल उसके गंतव्य तक पहुंचाती है.
पीड़िता के घर पहुंचने के बाद 112 मुख्यालय से कॉल कर पीड़ित से उसकी सकुशलता पूछी जाती है. महिलाओं की सुरक्षा और आत्मविश्वास को बढ़ाया जा रहा है. महिला पीआरवी पर नियुक्त पुरुष व महिला आरक्षी को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिससे किसी भी परिस्थिति में पीड़िता की सहायता की जा सके.
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