लखनऊ: परिवहन विभाग में तैनात महिला अधिकारियों को अभियान के दौरान अवैध वाहनों पर कार्रवाई करना भारी पड़ रहा है. रसूखदार वाहन स्वामी महिला अफसरों के साथ अभद्र व्यवहार भी करते हैं और जबरन वाहन भी छुड़ा लेते हैं. जब महिला अफसरों की तरफ से अपने सीनियर अधिकारियों को जानकारी दी जाती है तो उनकी तरफ से कोई कार्रवाई करने के बजाय पल्ला झाड़ लिया जाता है. लिहाजा, महिला अधिकारियों को चेकिंग करने में भी अब डर सताने लगा है.
लखनऊ आरटीओ में तैनात महिला एआरटीओ अंकिता शुक्ला मंगलवार तड़के मडियांव क्षेत्र में चेकिंग अभियान चला रही थीं. उन्होंने कार्रवाई के लिए एक ओवरलोड ट्रक को पकड़ा. महिला अधिकारी कार्रवाई कर पातीं इससे पहले ही आनन-फानन में रसूखदार ट्रक मालिक वहां पर जा पहुंचा और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए ट्रक छोड़ने का दबाव बनाने लगा. जब महिला अधिकारी ने बिना कार्रवाई किए ट्रक छोड़ने से मना कर दिया तो उसने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए धमकाना शुरू कर दिया.
एआरटीओ अंकिता शुक्ला का आरोप है कि शशिकांत शुक्ला नाम का व्यक्ति मौके पर पहुंचा और जबरन ट्रक छोड़ने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया. मना करने पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और जान से मारने की धमकी दी. एआरटीओ का कहना है कि चेकिंग के दौरान इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है.
मड़ियांव में महिला एआरटीओ अंकिता शुक्ला के साथ हुई ये घटना कोई पहली बार घटित नहीं हुई है. इससे पहले भी महिला अधिकारी इस तरह का दंश झेल चुकी हैं. एक महिला अधिकारी स्व. प्रतिज्ञा श्रीवास्तव पर तो वाहन मालिक ने पिस्टल तान दी थी. महिला अधिकारी अनीता वर्मा पर रायबरेली के दबंग वाहन मालिक ने वाहन चढ़ाने धमकी दे डाली थी. यात्री कर अधिकारी केकी मिश्रा बंगला बाजार में चेकिंग कर रही थीं तो एक दबंग ने 1 किलोमीटर तक पीछा कर धमकाया था. इन मामलों में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी, लेकिन सीनियर अधिकारियों की तरफ से किसी तरह की कोई पैरवी न करने से मामला रफा-दफा हो गया. लिहाजा, महिला अधिकारियों की आवाज दबकर रह गई.
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