लखनऊ : निरालानगर स्थित निजी होटल में सोमवार को नव वंशिका फाउंडेशन की ओर से महिला सम्मान समारोह आयोजित हुआ. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर संयुक्ता भाटिया और विशिष्ट अतिथि शाहिस्ता अंबर रहीं. इस दौरान ऐसी महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने पुरुषों के क्षेत्र में आगे बढ़कर काम किया और एक मुकाम पर पहुंचीं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भले ही बीत चुका है, लेकिन संस्था की ओर से महिला दिवस के बाद कार्यक्रम आयोजित किए गए. कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना नृत्य से हुई.
बेटियों को लगे पंख
कार्यक्रम में महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि 'संस्था ने बहुत अच्छा काम किया है. सिर्फ एक दिन महिला दिवस न मनाकर बल्कि एक महीने महिला दिवस के तौर पर महिलाओं के लिए कार्यक्रम रखा गया. हर बेटी को एक बेहतर मंच मिलना चाहिए. जहां से उसे उसके सपनों को लेकर पंख मिल सके.' विशिष्ट अतिथि ऑल इंडिया मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने कहा, 'हमारी इतनी कोशिश होती है कि कोई भी लड़की न निर्भया बने और न ही आयशा की तरह मजबूर होकर अपनी जान दे दे.' उन्होंने कहा, 'हमारा सिर्फ उद्देश इतना है कि महिलाएं अपनी शक्ति को पहचानें और कभी किसी के सामने झुकें नहीं.'
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संस्था ने विभिन्न क्षेत्र से चार बार किए सम्मान समारोह
कार्यक्रम में पहले ऐसी महिलाओं को सम्मानित किया गया जो घर पर रहकर अपने पति, बच्चों और परिवार का ख्याल रखती हैं. दूसरे कार्यक्रम में मेधावी माताओं को सम्मानित किया गया. तीसरे सम्मान समारोह में होनहार बेटी को सम्मानित किया गया. जिन्होंने शिक्षा, कला और साहित्य के क्षेत्र में कार्य किया. आखिरी सम्मान समारोह के दौरान ऐसी महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने पुरुषों के क्षेत्र में आगे बढ़ कर अपनी प्रतिभा को दिखाया और आज एक बेहतर मुकाम पर है. कार्यक्रम का संचालन किरण भारद्वाज ने किया.
महिलाएं को प्रेरित करना ही उद्देश्य
नव अवंशिका फाउंडेशन संस्था की अध्यक्ष निशु मनोज ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च सोमवार को पड़ा. इसलिए पूरे महीने हर सोमवार को विभिन्न क्षेत्रों में आगे रही महिलाओं को सम्मानित किया गया. यह कार्यक्रम मिशन शक्ति के तहत आयोजित किया गया. इससे समाज की हर वर्ग की महिलाओं को जोड़ा जा रहा है. संस्था का उद्देश्य है कि समाज में रह रही महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा सके.
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सम्मानित हुईं महिलाएं
कार्यक्रम में समता कुमारी 16 जनवरी 2010 से चारबाग रेलवे स्टेशन में बतौर लोको पायलट गुड्स पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ डिवीजन से अपना कार्य दक्षता से संभाल रहे हैं. आलमबाग निवासी संता ने बताया कि वह लखनऊ ही नहीं, उत्तर प्रदेश की पहली लोको पायलट हैं. संध्या गुप्ता लखनऊ के एनसीआर में बतौर लोको पायलट सेंटर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. ग्लाइडर पायलट प्रीति एम शाह लखनऊ की रैली और उत्तर प्रदेश की तीसरी पैरों सेलिस्ट हैं.