लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने उस बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि महिलाएं शाम पांच बजे के बाद थानों में न जाए, पर कहा है कि उनकी बात को गलत समझा गया है. उनका कहना था कि महिलाओं के लिए प्रदेश पूरी तरह से सुरक्षित है. अपनी बात कहने के लिए उन्हें जरूरी नहीं है कि शाम के बाद ही थाने जाना पड़े.
प्रदेश में सुरक्षा की बात की जाए तो रात के 11 बजे भी अगर कोई महिला या युवती रेस्टोरेंट्स खाना खाकर आ रही है तो उसकी सुरक्षा पर कोई खतरा नहीं है. प्रदेश पूरी तरह से सुरक्षित है, और महिलाओं का सम्मान किया जा रहा है.
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ईटीवी भारत से बातचीत में बेबी रानी मौर्य ने कहा कि उनके बयान को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा बयान ऐसा बिल्कुल नहीं था, उन्होंने कहा कि थानों में महिलाओं के लिए सुरक्षित ऑनलाइन फास्ट ट्रैक कोर्ट से जुड़ी हुई बात कर रही थी. इसमें शाम पांच बजे के बाद थाने जाने की आवश्यकता नहीं है.
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बेबी रानी मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपराधियों की कमर तोड़ दी है. महिलाएं यहां पूरी तरह से सुरक्षित हैं. अब वे देर रात तक रेस्टोरेंट में जाती हैं और खाना खाकर वापस आती हैं. उन पर कोई खतरा नहीं होता. मेरा यह बयान बिल्कुल भी वैसा नहीं था जैसा लिया जा रहा है.
पूरा मामला
बता दें कि बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अनुसूचित मोर्चा महानगर की ओर से संत रविदास मंडल में महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाने पहुंची थी, जहां उन्होंने महिलाओं को नसीहत देते हुए कहा कि कि " भले थाना में महिला पुलिस अफसर मौजूद है. लेकिन महिलाओं को शाम 5:00 बजे के बाद पुलिस थाना में नहीं जाना चाहिए.
कांग्रेस का निशाना
वहीं, उनके नके इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी ने सीधे तौर बीजेपी को कटघरे में खड़ा करते हुए निशाना साधा था. कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस की नीयत में ही महिला विरोध है. बेबी रानी मौर्य भी उसी सोच को परिलक्षित कर रही हैं.
बीजेपी की सफाई
वहीं, सियासी बयानबाजी के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय चौधरी ने बेबी रानी मौर्य के बयान को लेकर सफाई पेश की थी. ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह उनका वक्तव्य है, मगर पार्टी नागरिकों में कोई भेदभाव नहीं करती है. कोई भी व्यक्ति कभी भी थाने जा सकता है. चाहें वह पुरुष हो या फिर महिला.