लखनऊ : लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की महिला परिचालक ने दुबग्गा डिपो के बस स्टेशन इंचार्ज पर बदसलूकी का आरोप लगाया है. इससे नाराज चालक-परिचालकों ने दुबग्गा डिपो से सिटी बसों का संचालन ठप कर दिया. दोपहर करीब एक बजे से लेकर देर शाम तक कई रूटों पर बसें संचालित नहीं हुईं, जिससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. देर शाम तक संविदा कर्मचारी यूनियन और सिटी बस अधिकारियों के बीच वार्ता का दौर चलता रहा.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बस यूपी 32 सीजेड 9502 लेकर महिला परिचालक माधुरी रूट पर निकली थी. मोहनलालगंज मार्ग पर बस जा रही थी तभी पारा चौकी से पहले दुबग्गा डिपो में तैनात वरिष्ठ केंद्र प्रभारी अनिल तिवारी ने बस की चेकिंग शुरू कर दी. इस दौरान उन्हें कई यात्री बेटिकट यात्रा करते मिले, जिसके बाद उन्होंंने महिला परिचालक पर कार्रवाई शुरू कर दी. इससे नाराज महिला परिचालक ने वरिष्ठ केंद्र प्रभारी पर आरोप लगाया कि 100 मीटर से कम दूरी से पहले ही कुछ यात्री बस पर सवार हुए थे, ऐसे में उनका टिकट नहीं बनाया जा सका था. यात्रियों ने यह भी स्वीकार किया था कि अभी पैसे भी नहीं दिए फिर भी गलत कार्रवाई की जा रही है. वरिष्ठ केंद्र प्रभारी का कहना है कि महिला परिचालक की शिकायत मिली थी कि यात्रियों को बेटिकट यात्रा कराती हैं और उसके एवज में मिलने वाला किराया अपने पास रख लेती हैं. इससे लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट को नुकसान उठाना पड़ता है. चेकिंग के दौरान महिला परिचालक और स्टेशन इंचार्ज में बहस हो गई. मामला इतना बढ़ गया कि महिला परिचालक माधुरी ने पारा थाने में स्टेशन इंचार्ज अनिल तिवारी के खिलाफ तहरीर भी दे डाली. संविदा कर्मचारी यूनियन के नेता महिला परिचालक के साथ खड़े हो गए और आनन फानन में दुबग्गा डिपो से सिटी बसों का संचालन ठप कर दिया गया. दोपहर एक बजे से लेकर देर शाम तक कई रूटों पर बस संचालन बाधित रहा, जिससे बसों से सफर करने वाले यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा.
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी ने बताया कि 'दोनों पक्षों को बिठाकर वार्ता की गई. इसके बाद मामला शांत हो गया, फिर से बसों का संचालन शुरू कराया गया, हालांकि बस संचालन ठप रहने से लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है और यात्रियों को भी दिक्कत हुई.'
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सिटी बस की महिला परिचालक ने स्टेशन इंचार्ज पर लगाया बदसलूकी का आरोप, बसों का संचालन किया ठप
मंगलवार को लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की महिला परिचालक ने विभाग के अधिकारी पर बदसलूकी का आरोप लगाया है, जिसके बाद नाराज कर्मचारियों ने दुबग्गा डिपो से सिटी बसों का संचालन ठप कर दिया. अधिकारी ने बताया कि वार्ता के बाद बसों का संचालन शुरू कराया गया.
लखनऊ : लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की महिला परिचालक ने दुबग्गा डिपो के बस स्टेशन इंचार्ज पर बदसलूकी का आरोप लगाया है. इससे नाराज चालक-परिचालकों ने दुबग्गा डिपो से सिटी बसों का संचालन ठप कर दिया. दोपहर करीब एक बजे से लेकर देर शाम तक कई रूटों पर बसें संचालित नहीं हुईं, जिससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. देर शाम तक संविदा कर्मचारी यूनियन और सिटी बस अधिकारियों के बीच वार्ता का दौर चलता रहा.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की बस यूपी 32 सीजेड 9502 लेकर महिला परिचालक माधुरी रूट पर निकली थी. मोहनलालगंज मार्ग पर बस जा रही थी तभी पारा चौकी से पहले दुबग्गा डिपो में तैनात वरिष्ठ केंद्र प्रभारी अनिल तिवारी ने बस की चेकिंग शुरू कर दी. इस दौरान उन्हें कई यात्री बेटिकट यात्रा करते मिले, जिसके बाद उन्होंंने महिला परिचालक पर कार्रवाई शुरू कर दी. इससे नाराज महिला परिचालक ने वरिष्ठ केंद्र प्रभारी पर आरोप लगाया कि 100 मीटर से कम दूरी से पहले ही कुछ यात्री बस पर सवार हुए थे, ऐसे में उनका टिकट नहीं बनाया जा सका था. यात्रियों ने यह भी स्वीकार किया था कि अभी पैसे भी नहीं दिए फिर भी गलत कार्रवाई की जा रही है. वरिष्ठ केंद्र प्रभारी का कहना है कि महिला परिचालक की शिकायत मिली थी कि यात्रियों को बेटिकट यात्रा कराती हैं और उसके एवज में मिलने वाला किराया अपने पास रख लेती हैं. इससे लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट को नुकसान उठाना पड़ता है. चेकिंग के दौरान महिला परिचालक और स्टेशन इंचार्ज में बहस हो गई. मामला इतना बढ़ गया कि महिला परिचालक माधुरी ने पारा थाने में स्टेशन इंचार्ज अनिल तिवारी के खिलाफ तहरीर भी दे डाली. संविदा कर्मचारी यूनियन के नेता महिला परिचालक के साथ खड़े हो गए और आनन फानन में दुबग्गा डिपो से सिटी बसों का संचालन ठप कर दिया गया. दोपहर एक बजे से लेकर देर शाम तक कई रूटों पर बस संचालन बाधित रहा, जिससे बसों से सफर करने वाले यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा.
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी ने बताया कि 'दोनों पक्षों को बिठाकर वार्ता की गई. इसके बाद मामला शांत हो गया, फिर से बसों का संचालन शुरू कराया गया, हालांकि बस संचालन ठप रहने से लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है और यात्रियों को भी दिक्कत हुई.'
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