लखनऊः पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में आए यास तूफान का असर अभी यूपी में दिखाई दे रहा है. पहाड़ों पर चल रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के मौसम (Weather) में परिवर्तन हुआ है. राजधानी लखनऊ सहित अन्य जिलों में जिलों में सुबह से ही धूप व उमस के कारण लोग परेशान थे. मंगलवार को शाम होते ही तेज हवाएं चलने लगी. इसके बाद कुछ जिलों में बूंदाबांदी तो कहीं तेज बारिश हुई. जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. वहीं, वाराणसी में झमाझम बारिश के साथ 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं तेज हवाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया.
2 जून तक रहेगा मौसम खराब
मौसम वैज्ञानिक डॉ. जेपी गुप्ता ने बताया पहाड़ों पर चलने पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश के मौसम में परिवर्तन हुआ है. उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में कहीं तेज व कई हल्की बारिश होने की संभावना है. कुछ हिस्सों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी. 2 जून के बाद मौसम सामान्य होगा और तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी.
वाराणसी में कई जगह गिरे पेड़, गुल हुई बिजली
वाराणसी में मंगलवार को अचानक से मौसम ने करवट ली और देखते ही देखते झमाझम बारिश होने लगी बारिश के साथ 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही तेज हवाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर के रख दिया. लगभग आधे घंटे से ज्यादा तेज हवा और बारिश से जिले के अलग-अलग हिस्सों में कई जगहों पर पुराने पेड़ गिरने और मकान के हिस्से क्षतिग्रस्त होने की खबरें भी सामने आए. वाराणसी के नीति बाग क्षेत्र में बड़ा गूलर का पुराना पेड़ गिरने की वजह से दर्जनों गाड़ियां उसके नीचे दब गई, जबकि 5 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. शहर के अधिकांश इलाकों में पेड़ गिरने की वजह से बिजली के तार टूट गए और बिजली व्यवस्था चरमरा गई.
पेड़ गिरने से टूटे बिजली के पोल
बारिश इतनी तेज थी कि शहर के कई इलाके जलमग्न भी हो गए. जिससे यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई. वाराणसी के महमूरगंज, मंडुवाडीह, सुंदरपुर औरंगाबाद, समेत ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ कर सड़क पर आ गए. इसके अलावा पेड़ों के गिरने के कारण बिजली के तार भी टूट गए. जिसकी वजह से कई इलाकों में बिजली अब तक गुल है.
यह भी पढ़ें-यूपी में केवल 11 जिलों में लागू रहेगा कोरोना कर्फ्यू, संक्रमण की दर घटी
कुशीनगर में भी तेज हवाओं के साथ बारिश
कुशीनगर में मंगगलवार को बारिश ने लोगों को राहत दी है, लेकिन तेज हवाओं के साथ बदलों की गर्जन लोगों को सहमा दिया है. एक किसान रघुनाथ ने Etv को बताया कि इस बार याश तूफान के प्रभाव से हरि सब्जियां उगाने वाले किसानों को बहुत नुकसान पहुंचाया.धान के बावग गिरने में दिक्कत हो रही हैं. किसी तरह यास तूफान के प्रकोप के बाद मौसम हम धन के किसानों को राहत ही दे रहा था तबतक अचानक आ रही बारिश दिक्कत बढ़ा रही हैं.