लखनऊः ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश की सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पीने के पानी के लिए लगातार घमासान होता था. बुंदेलखंड के लोगों को पीने के पानी का संकट न हो इसके लिए 67 परियोजनाएं चलाई जा रही हैंं, जिससे बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 9 जनपदों में रहने वाले लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना न करना पड़े.
25 दिसंबर 2019 को हुआ था शुभारंभ
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या को ध्यान में रखते हुए 25 दिसंबर 2019 को 15,000 करोड़ रुपये की परियोजना का शुभारंभ किया था. लगातार इन परियोजनाओं पर काम हो रहा है. इन परियोजनाओं के माध्यम से बहुत से जनपद के गांवों में पीने के पानी को उपलब्ध भी करा दिया गया है. बचे गांव में 2 वर्ष के भीतर तक यह कार्य पूरा करा लिया जाएगा. इससे यहां रहने वाले लोगों को पीने के पानी के लिए समस्याओं का सामना न करना पड़े. मंत्री ने बताया कि अटल भूजल योजना और जल जीवन मिशन योजना भी तेजी से यहां चल रही है.
बुंदेलखंड में नहीं है ग्राउंड वाटर
प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में ग्राउंड वाटर की समस्या है. यही कारण है कि सरफेस वाटर से पानी लिया जा रहा है. पुरानी परियोजनाएं जो चल रही थी. उन्हें ठीक कराया जा रहा है. सारे गांव में पानी पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. बहुत से गांव में पानी पहुंचा दिया गया है और बचे गांव में 2 साल के भीतर पानी पहुंचा दिया जाएगा. इसके साथ ही जल संचयन और संवर्धन पर भी अभियान चलाया जा रहा है. जल शक्ति मंत्री ने बताया कि बुंदेलखंड के बाहर सैनिक और फ्लोराइड के साथ-साथ दिन स्थलों पर खारे पानी की समस्या है. वहां पर भी काम किया जाएगा.
बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र प्राथमिकता
प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र और बुंदेलखंड क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 9 जनपदों को प्राथमिकता पर रखा गया है. यही कारण है कि प्रदेश और केंद्र सरकार लगातार इन इलाकों में योजनाएं चल रही हैं. इससे यहां रहने वाले लोगों को पेयजल हर घर को नल से जल दिया जा सके. जल शक्ति मंत्री ने बताया कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति के लिए जमुना केन बेतवा बेसिन नदियों के साथ-साथ डैम से जल कलेक्ट कर गांव तक पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू हो गया है और डब्ल्यूटीपी बनाई जा रही है. इसके साथ ही जल्द समितियां बनाई जा रही हैं, इससे इन लोगों को जागरूक भी किया जा सके.
28 लाख लोगों को दी जाएगी ट्रेनिंग
प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में पीने के जल के लिए समस्या न हो इसके लिए सिंचाई विभाग और जल शक्ति विभाग लगा हुआ है. 28 लाख लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी, इससे इन क्षेत्रों में होने वाली जल की समस्या से निजात मिल सके और यहां पर रहने वाले लोगों को पीने का पानी उपलब्ध हो सके.