लखनऊ : अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में नाम नहीं है तो 17 नवंबर से शुरू होने जा रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में नाम शामिल करा सकते हैं. 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में वोटर लिस्ट बनाने और छूटे और संशोधित करने का बड़े स्तर पर अभियान 17 नवंबर से शुरू होगा. इसके लिए दिशा-निर्देश मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला की तरफ से दिए गए हैं.
अधिकारियों के ट्रांसफर पर रहेगी रोक
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ला ने मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को लेकर कार्यक्रम जारी किया है. मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू होते ही प्रदेश में अधिकारियों के तबादलों पर रोक लग गई है. किसी अधिकारी के तबादले से पहले निर्वाचन आयोग से सरकार को अनुमति लेनी होगी. मुख्य रूप से जिला निर्वाचन अधिकारियों निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों सहित मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य से जुड़े सभी कर्मचारियों के तबादलों पर मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन तक रोक रहेगी.
इन तारीखों में चलेंगे विशेष अभियान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला के मुताबिक, मतदाता सूचियों का आलेख प्रकाशन 17 नवंबर को होगा. उस पर दावे एवं आपत्तियां 15 दिसंबर तक प्राप्त की जाएंगी. मतदाता सूची पुनरीक्षण का विशेष अभियान 22 नवंबर, 28 नवंबर, 5 दिसंबर और 13 दिसंबर को रखा गया है. दावे और आपत्तियों का निस्तारण 5 जनवरी को किया जाएगा.
15 जनवरी को होगा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन
आपत्तियों का निस्तारण के बाद 14 जनवरी तक पूरक मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी. 15 जनवरी को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा. निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू करने को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए हैं.