लखनऊ : अयोध्या फैजाबाद के मूलनिवासी विश्व भूषण मिश्र इन दिनों लखनऊ में अपर जिलाधिकारी के पद पर तैनात हैं. विश्व भूषण मिश्र को हिंदुस्तानी एकेडमी का युवा लेखन सम्मान मिला है. सरकारी अधिकारी रहते हुए उन्होंने साहित्य और रचना धर्म से अपने को जोड़े रखा है. ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि कविता लेखन की शुरुआत तो उनके स्कूल अध्ययन काल से ही शुरू हो गई थी, लेकिन जिस कविता को मैंने अनुभव से सीखा है उसके लिए उन्हें युवा सम्मान दिया गया है. वह उन्होंने 2003 से लेकर 2017 के 14 वर्ष लंबे कार्यकाल के दौरान लिखी है.
विश्व भूषण मिश्र से ईटीवी की खास बातचीत
- विश्व भूषण मिश्र राजधानी लखनऊ में अपर जिलाधिकारी हैं.
- हिंदुस्तानी एकेडमी का युवा लेखन सम्मान मिला है.
- जिस कविता को सम्मान के लिए चुना गया है वह उनके अपने जीवन अनुभव से जुड़ी हुई है.
- जिस कविता के लिए उन्हें यह सम्मान मिला वह उन्होंने 2003 से लेकर 2017 के 14 वर्ष लंबे कार्यकाल के दौरान लिखी.
- उन्होंने कहा कि पहली रचना प्रीति को युवा लेखक सम्मान मिलना बेहद सुखद अनुभव है.
वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी और साहित्यकार मनीष शुक्ला ने कविता को पुस्तक आकार देने के लिए प्रेरित किया. जब यह पुस्तक छपी नहीं थी तभी इसका ऑनलाइन संस्करण हिंदी का बेस्ट सेलर बन चुका था. अपनी पहली रचना प्रीति को युवा लेखक सम्मान मिलना बेहद सुखद अनुभव है. इससे नई ऊर्जा का संचार हुआ है और काव्य धर्म के प्रति रुझान और बढ़ा है.
-विश्व भूषण मिश्र, अपर जिलाधिकारी