लखनऊ: निगोहां के नटौली गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने गुरुवार को थाने पहुंचकर कुछ रसूखदारों पर पुलिस से मिलकर फर्जी मुकदमा दर्ज कराये जाने का आरोप लगाकर जमकर हगांमा किया. पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज ग्रामीण कई घंटे तक निगोहां थाने में डटे रहे. मौके पर पहुंचे सीओ ने पूरे मामले की जांच के बाद फर्जी मुकदमा दर्ज करने के मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद हगांमा कर रहे ग्रामीण शांत हुए और वापस लौट गए.
कई घंटे तक निगोहां थाने में डटे रहे ग्रामीण
निगोहां के नटौली की रहने वाली सुखराना ने बीते 3 दिसंबर को तहरीर देकर गांव के ही सोनू सिंह, राम त्रिपाठी, रमेश, जयकरन और राजाराम के खिलाफ मारपीट, बलवा समेत एससी-एसटी की धाराओं पर मुकदमा दर्ज कराया था. गुरुवार को सोनू सिंह, राम त्रिपाठी, धरम सिंह समेत गांव के करीब छह से अधिक लोग निगोहां थाने पहुंचे, जहां नटौली गांव के कुछ रसूखदारों की मिलीभगत से सुखराना द्वारा दी गयी तहरीर पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. करीब चार घंटे तक ग्रामीण थाना परिसर में ही जमे रहे. दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही ग्रामीण शांत हुए
मौके पर पहुंचे सीओ निगोहां ने ग्रामीणों से बातचीत की और जांच में मुकदमा फर्जी पाए जाने पर सम्बंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया. जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीण शान्त हुए और वापस घर लौट गए. सीओ सैय्यद नईमुल हसन ने बताया कि "दर्ज मुकदमें की जांच की जा रही है. गुरुवार को बयान के लिये कुछ लोगों को बुलाया गया था, जिस पर आरोपी पक्ष ने विरोध जताया है. निष्पक्ष जांच की बात कही गई है."