लखनऊ: विजिलेंस विभाग ने आईपीएस अजय पाल शर्मा और हिमांशु कुमार के खिलाफ जांच पूरी कर शासन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. विजिलेंस के सूत्रों की मानें तो रिपोर्ट में दोनों आईपीएस अधिकारियों पर लगे आरोपों की गहनता से जांच के बाद शासन को सारे तथ्यों से अवगत करा दिया गया है. अब माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के स्तर पर कभी भी आगे की कार्रवाई की जा सकती है.
विजिलेंस के सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में दोनों आईपीएस अधिकारियों पर लगे आरोपों की गहनता से जांच के बाद शासन को सारे तथ्यों से अवगत कराया गया है. फिलहाल जांच रिपोर्ट गोपनीय होने के कारण विजिलेंस के अधिकारी खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं. सूत्रों के अनुसार डायरेक्टर विजिलेंस के निर्देशन में तैयार की गई जांच रिपोर्ट में दोनों आईपीएस के खिलाफ लगे तमाम आरोपों में से कई आरोप सही पाए गए हैं. शासन से नियमों के मुताबिक अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की संस्तुति भी की गई है.
दोनों पर लगे हैं आरोप
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आईपीएस अजय पाल शर्मा और हिमांशु कुमार के खिलाफ नोएडा के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण ने अपराधियों से साठ-गांठ करने और भ्रष्टाचार समेत तमाम गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद दिसंबर 2019 में एसआईटी की रिपोर्ट मिलने के बाद शासन ने विजिलेंस को इस मामले की जांच सौंपी थी.
कुछ आरोप पाए गए सही
सूत्रों के अनुसार आईपीएस अजय पाल शर्मा पर अपराधियों से साठ-गांठ और भ्रष्टाचार के आरोप सही पाए गए हैं, जबकि दूसरे आईपीएस हिमांशु कुमार पर ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर पैसे लेने की बात सामने आई है. विजिलेंस डिपार्टमेंट ने अपनी पूरी जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है. अब माना जा रहा है कि आगे मुख्यमंत्री के निर्देश पर विभागीय कार्रवाई या फिर कोई अन्य फैसले करके दंडित किए जाने का काम किया जा सकता है.