लखनऊ: पारा थाना क्षेत्र में गुस्साई भीड़ ने बुजुर्ग की पिटाई के बाद आरोपियों पर कार्रवाई न होने पर रास्ता जाम कर दिया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने एक दिन पहले आरोपित जब्बार को पकड़ा था, उसके बाद छोड़ दिया. लगातार धमकी मिलने के बावजूद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वहीं परिजनों ने थानाध्यक्ष त्रिलोकी सिंह पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है.
बुजुर्ग की हालत गंभीर
दरअसल, पारा थाना क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्ग वाजिद अली को करीब आधा दर्जन लोगों ने लाठी-डंडों और सरिया से पीटकर अधमरा कर दिया था. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. बुजुर्ग को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है. पीड़ित पारा क्षेत्र के कुमारपुरम का रहने वाला है.
पीड़ित के बेटे शकील ने बताया कि कोई कार्रवाई नहीं हुई है. मेडिकल के आधार पर कोई धारा नहीं लगाई गई हैं. इसी का हम लोग विरोध कर रहे हैं. हमारी मांग है कि धारा लगाकर कार्रवाई हो. 8 तारीख को एप्लीकेशन दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई. आरोपित अवैध असलहा लेकर घूम रहे हैं. पुलिस और बीट इंचार्ज कोई भी कार्रवाई कर नहीं कर रहे हैं.
पीड़ित की बेटी परवीन ने कहा कि एसएचओ साहब से बात हुई. उन्होंने कहा थाने पर आकर धरना दो, तभी कोई कार्रवाई होगी. हमने पूछा कि आरोपित जब्बार को क्यों छोड़ दिया तो बोले हम तुमको जवाब नहीं देंगे. उन्होंने बहुत बदतमीजी से बात की है. अगर मेरे घरवालों को कुछ होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.