लखनऊ: धनतेरस पर वाहनों के शौकीनों ने अपने पसंदीदा वाहनों की जमकर खरीदारी की. लखनऊ के 175 शोरूम से करीब 1,700 नई गाड़ियों की बिक्री हुई. इनमें 500 से ज्यादा लग्जरी कारें और 1200 से ज्यादा बाइक और स्कूटी को लोगों ने खरीदा. वहीं शुक्रवार शाम तक आरटीओ कार्यालय में 400 वाहनों का ही पंजीकरण हुआ, जिनमें 275 दो पहिया और 225 चार पहिया वाहन शामिल थे.
500 करोड़ रुपये के करीब हुई बिक्री
धनतेरस पर इस बार रिकॉर्ड तोड़ वाहनों की बिक्री हुई है. दोपहिया और चार पहिया वाहनों को मिलाकर यह आंकड़ा 1700 के करीब है. धनतेरस के मौके पर लगभग 625 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है, जिससे शोरूम मालिकों के साथ ही परिवहन विभाग को भी काफी फायदा होगा.
पिछले साल से ज्यादा इस बार बिके वाहन
आरटीओ रामफेर द्विवेदी बताते हैं कि पिछले साल की तुलना में इस साल कहीं ज्यादा वाहनों की बिक्री हो रही है. पिछले साल धनतेरस से दीपावली तक 12 हजार के करीब वाहन रजिस्टर्ड हुए थे. वहीं इस बार गाड़ियों की बिक्री की संख्या अभी तक 12,000 के करीब हो गई है. इनमें कितने वाहन लखनऊ में पंजीकृत हुए हैं यह आंकड़ा वाहनों के सेल लेटर पर पड़ी तारीख के हिसाब से निर्धारित होगा.
धनतेरस पर कम पड़ गईं गाड़ियां
कोरोना काल में नए वाहनों की बिक्री उम्मीद से कहीं ज्यादा हुई. इनमें नौ हजार के करीब दो पहिया वाहन और साढ़े तीन हजार के करीब चार पहिया वाहन शामिल हैं. अच्छी खासी बुकिंग के कारण कई डीलरों के यहां वाहन कम पड़ गए. उन्होंने आनन-फानन में अपने ग्राहकों को दीपावली बाद गाड़ी की डिलीवरी का मैसेज भेजा.
तीन दिन बाद होगा वाहनों का पंजीकरण
आरटीओ कार्यालय के अधिकारी बताते हैं कि वाहनों के नंबरों की सीरीज शुक्रवार को खत्म हो रही थी. बचे हुए नंबरों का आवंटन शुक्रवार को कर दिया गया है. अब कार्यालय मंगलवार को खुलेगा तो नई सीरीज के वाहनों का पंजीकरण होगा. यही नहीं इस धनतेरस में कितनी गाड़ियों का लखनऊ में और कितने वाहनों का अन्य जनपदों में पंजीकरण हुआ है, इसका डाटा भी तैयार होगा.