लखनऊ: राजधानी लखनऊ के नगर निगम के अंतर्गत मार्ग प्रकाश विभाग में वाहनों के मोटर पार्ट्स की खरीद-फरोख्त में बड़ा घोटाला सामने आया है. नगर निगम की सख्ती के चलते घोटाले की भारी भरकम धनराशि 80 लाख 27 हजार रुपये की रिकवरी अनियमितता करने वाली 18 फर्मों से की गई है, जो नगर निगम प्रशासन की उपलब्धि मानी जा रही है. अपर नगर आयुक्त अमित कुमार की जांच में यह मामला प्रकाश में आया.
नगर निगम में पिछले साल मार्ग प्रकाश विभाग में काम करने वाले वाहनों में मोटर पार्ट्स की खरीद में अनियमितता की बात पिछले दिनों सामने आई थी. अपर नगर आयुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में जांच कराई गई तो बड़ा घोटाला सामने आया.
जांच में यह बात भी सामने आई कि जिन अट्ठारह कार्यदायी संस्था यानी फर्मों ने नगर निगम में मोटर पार्ट्स की बिक्री दिखाकर ज्यादा पैसा वसूल लिया है, उसका भुगतान भी नगर निगम प्रशासन की तरफ से उनके बैंक खातों में कर दिया गया है.
इसकी और विधिवत जांच कराई गई, जिसमें यह बात सामने आई कि काम करने वाली अट्ठारह फर्मों ने 80 लाख 27 हजार रुपये की बड़ी धनराशि का भुगतान प्राप्त कर लिया. जांच के बाद नोटिस जारी हुई और फिर सभी 18 फर्मों से यह धनराशि वसूल कर ली गई.
इन फर्मों से हुई रिकवरी
बाबा ट्रेक्टर्स, कॉन्टिनेंटल, सीमा आटो, हिंदुस्तान ट्रेडर्स, पैरामांउट, संतोष, काविश, अवध मोटर्स, तारा ऑटो पार्ट्स, मुशीर जनरल- ए अब्बास-आजाद ऑटोमोबाइल्स, गंगा डीजल, अवध इंजीनियरिंग, एसजी ऑटोमोटिव, सुपर स्सपेयर्स, अलक्सा टेक, द सलूशन.
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मार्ग प्रकाश विभाग में मोटर पार्ट्स की खरीद में अनियमितता हुई थी, जिसकी जांच मेरी अध्यक्षता में हुई तो यह बड़ा मामला उजागर हुआ. इस घोटाले की रकम 80 लाख रुपये की रिकवरी संबंधित सभी 18 फर्मों से आज कर ली गई है. इसके अलावा अन्य भुगतान की जांच और फिर अनियमितता मिलने पर उसकी भी वसूली की कार्रवाई होगी.
-अमित कुमार, अपर नगर आयुक्त