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सस्ते देशी प्याज की उम्मीद नए साल से लगाइए, अफगानी प्याज नहीं भा रहा, जानिए, आज सब्जियों के ताजा भाव

सस्ते देशी प्याज की उम्मीद नए साल से लगाइएगा. फिलहाल इस साल इसकी कीमतों में तेजी से निजात नहीं मिलने वाली. आखिर इसकी वजह क्या है, चलिए आगे जानते हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 15, 2023, 7:58 AM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश में इन दिनों प्याज की कीमतों में तेजी का रुख जारी है. महंगे प्याज से अभी लोगों को राहत नहीं मिलने वाली है. जनवरी 2024 से पहले प्याज की कीमतों में कोई बड़ी गिरावट नहीं होने जा रही है. उत्तर प्रदेश की मंडियों में प्याज के थोक रेट में पहले के मुकाबले 20 फीसदी तक गिरावट आई.जो प्याज पहले 60 रुपये किलो बिक रहा था वही प्याज अब 40 रुपए प्रति किलो पर आ गया है. जानकारों की मानें तो नए साल से ही प्याज की कीमतें गिरेंगी.उनके मुताबिक लगातार मौसम खराब होने के चलते मंडी में प्याज की आवक कम है. इसी वजह से दाम में भी कमी नहीं आ रही है. राहत दिलाने के लिए सरकार ने अफगानिस्तान से सस्ते प्याज का आयात किया है जिसके दाम लोकल प्याज की तुलना में 10 रु प्रति किलो कम है मगर ग्राहकों को अफगानिस्तान से आने वाला सस्ता प्याज नहीं भा रहा है.

दुबग्गा मंडी के बड़े प्याज व्यापारी मोहम्मद एजाज अहमद बताते हैं कि 2024 से पहले प्याज के सस्ते होने की उम्मीद कम है. अगले साल जनवरी तक प्याज की नई फसल भरपूर रूप से मंडी में आ जाएगी. इसके बाद प्याज की कीमतें कम हो सकेंगी. प्याज की बढ़ती हुई कीमतों से राहत दिलाने के लिए सरकार ने अफगानिस्तान से सस्ते प्याज का आयात किया है. दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश की दुबग्गा मंडी में भी अफगानिस्तान का प्याज पहुंच चुका है. वहीं ग्राहकों को अफगानिस्तान से आने वाले सस्ते प्याज नहीं भा रहे हैं. इस प्याज का स्वाद और महक दोनों ही ग्राहक को नहीं भा रही. एजाज बताते हैं कि यह प्याज भारतीय प्याज के मुकाबले 10 रुपये तक सस्ता है. मंडी में 25 से 30 रुपये प्रति किलो के भाव में यह प्याज बिक रहा है जो बाजारो में 40 रु किलो के भाव से बेचा जा रहा है.

सहालग भी तेजी की वजह
मण्डी अध्यक्ष व आढ़ती परवेज़ हुसैन बताते है कि अभी शादियों का सीजन चल रहा है ऐसे में प्याज की कीमतों में नरमी आने की उम्मीद कम है. लखनऊ की दुबग्गा मंडी में प्याज की कीमत अभी भी 30 से 35 रुपये प्रति किलो तक है जो बाजारो में 40 से 50 रु तक बिक रही है. साथ ही बात करें हरी सब्जियो की तो साब्जियों के दामो मे 5 से 10 रु की कमी दर्ज की गई है. ठंड बढ़ने के साथ ही इनके दामों में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है.



थोक भाव (प्रति किलो रुपए में)
आलू नया-12
आलू पुराना- 10
प्याज 35-40
परवल- 30
शिमला- 30
तरोई- 30
करेला- 20
गाजर- 20
सेम- 10
लहसुन- 240
फूल गोभी- 10 रुपये/प्रति पीस
भिंडी- 25
पालक- 10
लौकी- 10
कद्दू- 10
टमाटर- 20
मटर - 30
हरी मिर्च- 40
अदरक- 80
नीबू- 60
धनिया- 20
खीरा- 15
बन्द गोभी - 8 प्रति पीस

फुटटकर भाव प्रति किलो रुपए में

आलू नया-20
आलू पुराना-15
प्याज-40-50
परवल- 60
शिमला- 50
तरोई- 40
करेला- 40
गाजर- 30
सेम- 20
लहसुन- 320
फूल गोभी- 15 रुपये/प्रति पीस
भिंडी- 30
पालक- 20
लौकी- 15
कद्दू- 15
टमाटर- 40
मटर- 50
हरी मिर्च- 60
अदरक- 180
नीबू- 100
धनिया- 40
खीरा- 30
बंदगोभी - 10 रुपए प्रति पीस


ये भी पढ़ेंः रेलवे ने बदले कई ट्रेनों के रास्ते, लखनऊ जंक्शन और गोमती नगर स्टेशन की ट्रेनें शामिल

ये भी पढ़ेंः अब दिल्ली दूर नहीं: लखनऊ से दिल्ली का सफर 2 घंटे होगा कम, जल्द बनकर तैयार होगा नेशनल हाईवे

लखनऊः उत्तर प्रदेश में इन दिनों प्याज की कीमतों में तेजी का रुख जारी है. महंगे प्याज से अभी लोगों को राहत नहीं मिलने वाली है. जनवरी 2024 से पहले प्याज की कीमतों में कोई बड़ी गिरावट नहीं होने जा रही है. उत्तर प्रदेश की मंडियों में प्याज के थोक रेट में पहले के मुकाबले 20 फीसदी तक गिरावट आई.जो प्याज पहले 60 रुपये किलो बिक रहा था वही प्याज अब 40 रुपए प्रति किलो पर आ गया है. जानकारों की मानें तो नए साल से ही प्याज की कीमतें गिरेंगी.उनके मुताबिक लगातार मौसम खराब होने के चलते मंडी में प्याज की आवक कम है. इसी वजह से दाम में भी कमी नहीं आ रही है. राहत दिलाने के लिए सरकार ने अफगानिस्तान से सस्ते प्याज का आयात किया है जिसके दाम लोकल प्याज की तुलना में 10 रु प्रति किलो कम है मगर ग्राहकों को अफगानिस्तान से आने वाला सस्ता प्याज नहीं भा रहा है.

दुबग्गा मंडी के बड़े प्याज व्यापारी मोहम्मद एजाज अहमद बताते हैं कि 2024 से पहले प्याज के सस्ते होने की उम्मीद कम है. अगले साल जनवरी तक प्याज की नई फसल भरपूर रूप से मंडी में आ जाएगी. इसके बाद प्याज की कीमतें कम हो सकेंगी. प्याज की बढ़ती हुई कीमतों से राहत दिलाने के लिए सरकार ने अफगानिस्तान से सस्ते प्याज का आयात किया है. दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश की दुबग्गा मंडी में भी अफगानिस्तान का प्याज पहुंच चुका है. वहीं ग्राहकों को अफगानिस्तान से आने वाले सस्ते प्याज नहीं भा रहे हैं. इस प्याज का स्वाद और महक दोनों ही ग्राहक को नहीं भा रही. एजाज बताते हैं कि यह प्याज भारतीय प्याज के मुकाबले 10 रुपये तक सस्ता है. मंडी में 25 से 30 रुपये प्रति किलो के भाव में यह प्याज बिक रहा है जो बाजारो में 40 रु किलो के भाव से बेचा जा रहा है.

सहालग भी तेजी की वजह
मण्डी अध्यक्ष व आढ़ती परवेज़ हुसैन बताते है कि अभी शादियों का सीजन चल रहा है ऐसे में प्याज की कीमतों में नरमी आने की उम्मीद कम है. लखनऊ की दुबग्गा मंडी में प्याज की कीमत अभी भी 30 से 35 रुपये प्रति किलो तक है जो बाजारो में 40 से 50 रु तक बिक रही है. साथ ही बात करें हरी सब्जियो की तो साब्जियों के दामो मे 5 से 10 रु की कमी दर्ज की गई है. ठंड बढ़ने के साथ ही इनके दामों में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है.



थोक भाव (प्रति किलो रुपए में)
आलू नया-12
आलू पुराना- 10
प्याज 35-40
परवल- 30
शिमला- 30
तरोई- 30
करेला- 20
गाजर- 20
सेम- 10
लहसुन- 240
फूल गोभी- 10 रुपये/प्रति पीस
भिंडी- 25
पालक- 10
लौकी- 10
कद्दू- 10
टमाटर- 20
मटर - 30
हरी मिर्च- 40
अदरक- 80
नीबू- 60
धनिया- 20
खीरा- 15
बन्द गोभी - 8 प्रति पीस

फुटटकर भाव प्रति किलो रुपए में

आलू नया-20
आलू पुराना-15
प्याज-40-50
परवल- 60
शिमला- 50
तरोई- 40
करेला- 40
गाजर- 30
सेम- 20
लहसुन- 320
फूल गोभी- 15 रुपये/प्रति पीस
भिंडी- 30
पालक- 20
लौकी- 15
कद्दू- 15
टमाटर- 40
मटर- 50
हरी मिर्च- 60
अदरक- 180
नीबू- 100
धनिया- 40
खीरा- 30
बंदगोभी - 10 रुपए प्रति पीस


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