लखनऊ : प्रदेश में लगातार वैक्सीन का संकट गहराता जा रहा है. पिछले पांच दिनों से लोग वैक्सीन के लिए परेशान हैं. मंगलवार को भी वैक्सीन लगवाने के लिए बूथों पर लाइन लगीं थीं, लेकिन वैक्सीन खत्म हो जाने के कारण लोगों को एक-बार फिर निराश होकर लौटना पड़ा. वैक्सीन का जो संकट पैदा हुआ है वह कब खत्म होगा इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है.
राज्य में पहले चार से पांच लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जाती थी. जून के दूसरे सप्ताह से हर रोज 6 लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. वहीं 21 जून से हेल्थ टीम द्वारा सात लाख से सवा आठ लाख तक रोज डोज लगाना शुरू किया गया. मगर केंद्र से पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. ऐसे में गत शुक्रवार से यूपी में वैक्सीन का संकट गहरा गया है. लिहाजा पहले जहां 8 हजार 400 के करीब वैक्सीन साइट पर टीका लग रहा था, वहीं सोमवार को 6 हजार 417 साइट पर ही टीकाकरण हुआ. अगले दिन मंगलवार को 4 हजार 403 साइट पर ही टीका लगाया गया. इस दौरान साढ़े पांच बजे तक पोर्टल पर 1 लाख 74 हजार 505 डोज ही रिकॉर्ड की गईं.
45 पार वाले दूसरी डोज के लिए भटके
राजधानी लखनऊ में भी वैक्सीन का संकट रहा. यहां के केजीएमयू, सिविल अस्पताल, बीआरडी, लोकबंधु, लोहिया में सुबह ही वैक्सीन के लिए लाइनें लग गयीं. वहीं दूसरी डोज के लिए पहुंचने वाले 45 साल से ऊपर के लोगों का ऑनस्पॉट पंजीकरण नहीं किया गया. सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को ही वैक्सीन लगी. ऐसे में काफी सेंटरों पर हंगामा हुआ.
यूपी में अब तक तीन करोड़ 11 लाख से ज्यादा को डोज
यूपी में वैक्सीनेशन तीन करोड़ पार हो गया है. अब तक कुल 3 करोड़ 11 लाख 71 हजार 580 को डोज लगी है. इसमें 2 करोड़ 67 लाख, 11 हजार, 209 को पहली डोज लगी. दूसरी डोज 44 लाख, 60 हजार 371 से अधिक को लगी है.
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एक जुलाई से महाअभियान
एक जुलाई से तीन माह तक, हर माह तीन-तीन करोड़ डोज लगेगी. प्रदेश में जुलाई में हर दिन औसतन 10 से 12 लाख लोगों को टीका लगेगा. इसकी तैयारियों को परखने के लिए 21 जून से वैक्सीन लगाने का ट्रायल शुरू किया गया है. वहीं सरकार ने 31 दिसम्बर तक 18 वर्ष से अधिक सभी का टीकाकरण करने का फैसला किया है. लेकिन इसी तरह से वैक्सीन का संकट रहा तो इस लक्ष्य को पाना सरकार के लिए असंभव होगा.