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रोडवेज ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बढ़ाया कदम, बस से लेकर स्टेशन तक का रखा खयाल - pollution in bus station

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय पर बाकायदा ग्रीन पार्क तैयार किया जा रहा है. हवा जहरीली न हो इसके लिए पौधों पर खासा ध्यान दिया जा रहा है. तमाम पौधे रोपित किए जा रहे हैं. इसके अलावा कंक्रीट में तब्दील हो रहे बस स्टेशनों पर भी हरियाली का खास ख्याल रखा जा रहा है. परिवहन निगम ने कमता स्थित अवध बस स्टेशन को प्रदेश के पहले ग्रीन बस स्टेशनन के रूप में तैयार किया है.

यूपी रोडवेज
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Published : Jun 6, 2021, 4:14 AM IST

लखनऊः हर साल पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए परिवहन निगम ने तमाम प्रयास किए हैं. डीजल से चलने वाली अधिकारियों की गाड़ियों को कम किया जा रहा है. इनकी जगह इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां ले रही हैं. सिटी बस में अब इलेक्ट्रिक बसें जुड़ रही हैं. बसों में प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए प्लास्टिक की बोतल बैन कर दी गई है. बिजली की खपत कम करने के लिए सोलर पैनल इस्तेमाल किए जा रहे हैं. इसके अलावा भी परिवहन निगम की तरफ से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई उपाय किए गए हैं.

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में रोडवेज ने बढ़ाया कदम
जहरीली न होने पाए हवा, पौधारोपण पर पूरा जोर
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय पर बाकायदा ग्रीन पार्क तैयार किया जा रहा है. हवा जहरीली न हो इसके लिए पौधों पर खासा ध्यान दिया जा रहा है. तमाम पौधे रोपित किए जा रहे हैं. इसके अलावा कंक्रीट में तब्दील हो रहे बस स्टेशनों पर भी हरियाली का खास ख्याल रखा जा रहा है. परिवहन निगम ने कमता स्थित अवध बस स्टेशन को प्रदेश के पहले ग्रीन बस स्टेशनन के रूप में तैयार किया है.

पर्यावरण दिवस
लखनऊ बस स्टेशन में हरियाली

बस स्टेशन पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जिसमें कई प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं. डीजल बसों से कार्बन उत्सर्जन पर लगाम लगाने के लिए अब परिवहन निगम बस बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों के साथ ही सीएनजी बसें शामिल करने पर जोर दे रहा है. सिटी बस बेड़े में 40 इलेक्ट्रिक इलेक्ट्रिक बसें शामिल भी की जा चुकी हैं, जबकि 100 बसें शामिल की जानी हैं. अधिकारियों के कार पूल में भी तब्दीली की जा रही है.

लखनऊ में इलेट्रॉनिक बस सेवा
लखनऊ में इलेट्रॉनिक बस सेवा

पढ़ें- इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को सभी 17 नगर निगमों में लागू करने के निर्देश

डीजल से चलने वाली कारों की जगह अधिकारियों को भी इलेक्ट्रिक कारें दिए जाने की योजना है. इन सबके अलावा परिवहन निगम ने ऊर्जा संरक्षण की दिशा में भी खास कदम उठाए हैं, जिनमें परिवहन निगम मुख्यालय से लेकर बस स्टेशनों पर बिजली की खपत कम करने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जा रहा है. सूर्य से निकलने वाली ऊर्जा से बस स्टेशन शीतल हो रहे हैं.

बस स्टेशन पर हरियाली
बस स्टेशन पर हरियाली
इस तरह के किए गए प्रयास
परिवहन निगम ने इस बार पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदेश के सभी बस स्टेशनों पर हजारों की संख्या में पौधारोपण कराया है, साथ ही स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया है. सभी बसें स्टेशनों और डिपो में स्वच्छता अभियान शुरू किया गया. यह सब ऐसे महत्वपूर्ण पहलू हैं जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में परिवहन निगम को अन्य विभागों की तुलना में अलग ही स्थापित कर रहे हैं. जो बसें डीजल से चल रही हैं उन्हें इलेक्ट्रॉनिक और सीएनजी में परिवर्तित किया जा रहा है, जिससे कॉर्बन उत्सर्जन पर नियंत्रण स्थापित हो. बस स्टेशनों पर पौधरोपण का खास ख्याल रखा गया है. तमाम जगहों पर पौधारोपण कराया है. नए बस स्टेशनों पर सोलर एनर्जी के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान दिया गया है. प्लास्टिक से पर्यावरण प्रदूषित होता है ऐसे में बसों में मिलने वाली प्लास्टिक की बोतल पर प्रतिबंध लगाया है.

अवध बस स्टेशन लखनऊ
अवध बस स्टेशन लखनऊ

पढ़ें- आचमन लायक भी नहीं बची यमुना, ताज भी हो रहा बदरंग

हर साल बस स्टेशन पर लगाया जाते हैं पौधे

हर साल पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. परिवहन निगम ने पर्यावरण संरक्षित करने के तमाम प्रयास किए हैं. राज्य सरकार सभी विभागों को पौधरोपण का लक्ष्य देती है, उसे परिवहन निगम पूरा करता है. इसके अलावा बस स्टेशन को हरा भरा रखने के लिए वहां पर खाली स्थान पर पौधे लगाए जाते हैं. ग्रीन बस स्टेशन बनाए जा रहे हैं, साथ ही बस स्टेशन पर बिजली बचाने और पर्यावरण संरक्षित करने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जा रहा है.

लखनऊः हर साल पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए परिवहन निगम ने तमाम प्रयास किए हैं. डीजल से चलने वाली अधिकारियों की गाड़ियों को कम किया जा रहा है. इनकी जगह इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां ले रही हैं. सिटी बस में अब इलेक्ट्रिक बसें जुड़ रही हैं. बसों में प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए प्लास्टिक की बोतल बैन कर दी गई है. बिजली की खपत कम करने के लिए सोलर पैनल इस्तेमाल किए जा रहे हैं. इसके अलावा भी परिवहन निगम की तरफ से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई उपाय किए गए हैं.

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में रोडवेज ने बढ़ाया कदम
जहरीली न होने पाए हवा, पौधारोपण पर पूरा जोर
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय पर बाकायदा ग्रीन पार्क तैयार किया जा रहा है. हवा जहरीली न हो इसके लिए पौधों पर खासा ध्यान दिया जा रहा है. तमाम पौधे रोपित किए जा रहे हैं. इसके अलावा कंक्रीट में तब्दील हो रहे बस स्टेशनों पर भी हरियाली का खास ख्याल रखा जा रहा है. परिवहन निगम ने कमता स्थित अवध बस स्टेशन को प्रदेश के पहले ग्रीन बस स्टेशनन के रूप में तैयार किया है.

पर्यावरण दिवस
लखनऊ बस स्टेशन में हरियाली

बस स्टेशन पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जिसमें कई प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं. डीजल बसों से कार्बन उत्सर्जन पर लगाम लगाने के लिए अब परिवहन निगम बस बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों के साथ ही सीएनजी बसें शामिल करने पर जोर दे रहा है. सिटी बस बेड़े में 40 इलेक्ट्रिक इलेक्ट्रिक बसें शामिल भी की जा चुकी हैं, जबकि 100 बसें शामिल की जानी हैं. अधिकारियों के कार पूल में भी तब्दीली की जा रही है.

लखनऊ में इलेट्रॉनिक बस सेवा
लखनऊ में इलेट्रॉनिक बस सेवा

पढ़ें- इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को सभी 17 नगर निगमों में लागू करने के निर्देश

डीजल से चलने वाली कारों की जगह अधिकारियों को भी इलेक्ट्रिक कारें दिए जाने की योजना है. इन सबके अलावा परिवहन निगम ने ऊर्जा संरक्षण की दिशा में भी खास कदम उठाए हैं, जिनमें परिवहन निगम मुख्यालय से लेकर बस स्टेशनों पर बिजली की खपत कम करने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जा रहा है. सूर्य से निकलने वाली ऊर्जा से बस स्टेशन शीतल हो रहे हैं.

बस स्टेशन पर हरियाली
बस स्टेशन पर हरियाली
इस तरह के किए गए प्रयास
परिवहन निगम ने इस बार पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदेश के सभी बस स्टेशनों पर हजारों की संख्या में पौधारोपण कराया है, साथ ही स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया है. सभी बसें स्टेशनों और डिपो में स्वच्छता अभियान शुरू किया गया. यह सब ऐसे महत्वपूर्ण पहलू हैं जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में परिवहन निगम को अन्य विभागों की तुलना में अलग ही स्थापित कर रहे हैं. जो बसें डीजल से चल रही हैं उन्हें इलेक्ट्रॉनिक और सीएनजी में परिवर्तित किया जा रहा है, जिससे कॉर्बन उत्सर्जन पर नियंत्रण स्थापित हो. बस स्टेशनों पर पौधरोपण का खास ख्याल रखा गया है. तमाम जगहों पर पौधारोपण कराया है. नए बस स्टेशनों पर सोलर एनर्जी के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान दिया गया है. प्लास्टिक से पर्यावरण प्रदूषित होता है ऐसे में बसों में मिलने वाली प्लास्टिक की बोतल पर प्रतिबंध लगाया है.

अवध बस स्टेशन लखनऊ
अवध बस स्टेशन लखनऊ

पढ़ें- आचमन लायक भी नहीं बची यमुना, ताज भी हो रहा बदरंग

हर साल बस स्टेशन पर लगाया जाते हैं पौधे

हर साल पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. परिवहन निगम ने पर्यावरण संरक्षित करने के तमाम प्रयास किए हैं. राज्य सरकार सभी विभागों को पौधरोपण का लक्ष्य देती है, उसे परिवहन निगम पूरा करता है. इसके अलावा बस स्टेशन को हरा भरा रखने के लिए वहां पर खाली स्थान पर पौधे लगाए जाते हैं. ग्रीन बस स्टेशन बनाए जा रहे हैं, साथ ही बस स्टेशन पर बिजली बचाने और पर्यावरण संरक्षित करने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जा रहा है.

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