लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने विधानसभा में बोलते हुए कहा कि प्रदेश में योगी सरकार जनहित में कार्य कर रही है. जनता जनार्दन के हितों के लिये प्रयत्नशील भी है. प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा रहा है. स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के बजट में इजाफा किया गया है. चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के लिए वर्ष 2016 में 14811 करोड़ एवं 1914 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया था.
उन्होंने कहा कि आज वर्तमान वित्तीय वर्ष में योगी सरकार ने चिकित्सा स्वास्थ्य के लिए 29165 करोड़ तथा चिकित्सा शिक्षा के लिए लगभग 9710 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. वर्तमान सरकार ने न सिर्फ बजट को बढ़ाया, बल्कि निगरानी तंत्र को मजबूत करते हुए बजट में बंदरबांट और भ्रष्टाचार पर भी नकेल कसी है. प्रदेश में आज 35 सरकारी क्षेत्र तथा 30 निजी क्षेत्र के मेडिकल कॉलेज हैं, जबकि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश के कुछ ही जनपदों में मेडिकल कॉलेज थे. प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह तय किया है कि प्रदेश के सभी जनपदों में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे. आज प्रदेश के 14 जनपदों को छोड़कर शेष सभी जनपदों में मेडिकल कॉलेज उपलब्ध हैं अथवा निर्माणाधीन हैं. शीघ्र ही प्रदेश के सभी जनपद मेडिकल काॅलेज से आच्छादित होंगे. वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 18 सरकारी मेडिकल काॅलेज खुले हैं.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मेडिकल काॅलेज व उनमें सीटों की संख्या को दोगुनी की गयी है. वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में जहां एमबीबीएस की सरकारी क्षेत्र में 1840 सीटें तथा निजी क्षेत्र में 3550 सीटें उपलब्ध थीं, वहीं आज सरकारी क्षेत्र में 3828 व निजी क्षेत्र में 4600 सीट उपलब्ध हैं. इसके अलावा आज रायबरेली एम्स में 100 सीट तथा गोरखपुर एम्स में 125 सीट के अतिरिक्त अलीगढ़ एवं बीएचयू में भी पर्याप्त सीटें उपलब्ध हैं.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में एंबुलेंस तथा एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की संख्या में वृद्धि की गई. एम्बुलेंस के रिस्पांस टाइम को घटाया गया है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के सरकारी चिकित्सालयों में औसतन डेढ़ लाख मरीज प्रतिदिन आते हैं. इन चिकित्सालय में लगभग 12000 मरीज गंभीर एक्सीडेंटल और 8000 मरीज गंभीर रोगों से ग्रसित होकर आते हैं. प्रदेश के सरकारी चिकित्सालयों में आज प्रतिदिन लगभग 5000 ऑपरेशन किए जा रहे हैं. यह सब सेवाएं मरीजों को नि:शुल्क दी जा रही हैं.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा अस्पताल व मेडिकल काॅलेजों की लगातार निगरानी की जा रही है. वह चिकित्सालयों का निरन्तर निरीक्षण कर मरीजों का हालचाल लेने के साथ उन्हें उपलब्ध करायी जा रही चिकित्सीय सेवाओं का जायजा ले रहे हैं. अब तक उन्होंने प्रदेश के लगभग 272 हॉस्पिटल का निरीक्षण स्वयं किया है. वर्तमान में प्रदेश में 167 जिला अस्पताल, 873 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 3650 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 20551 सब सेंटर उपलब्ध हैं. सभी जगह चिकित्सक चिकित्सालय में उपस्थित रहकर मरीजों को सेवाएं दे रहे हैं.
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