लखनऊ : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आम बजट 2021 पेश किया. वित्त मंत्री का कहना है कि यह बजट सभी वर्गों को ध्यान में रखकर पेश किया गया है. वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि इस बजट से गरीब-मध्यम वर्ग और गरीब होंगे. यह बजट पूंजीपतियों को आगे बढ़ाने वाला बजट है.
निराशाजनक है बजट: कांग्रेस - सेल डीड
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बजट को निराशाजनक बताया है. कांग्रेस का कहना है कि इस बजट से गरीबों का नुकसान और पूंजीपतियों का फायदा होगा.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह.
लखनऊ : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आम बजट 2021 पेश किया. वित्त मंत्री का कहना है कि यह बजट सभी वर्गों को ध्यान में रखकर पेश किया गया है. वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि इस बजट से गरीब-मध्यम वर्ग और गरीब होंगे. यह बजट पूंजीपतियों को आगे बढ़ाने वाला बजट है.
कांग्रेस ने बनाए थे उपक्रम
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जिन बड़े-बड़े उपक्रमों को कांग्रेस ने स्थापित किया था, उससे लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा था. आज उन सभी उपक्रमों को बेचने की बात की जा रही है, चाहे वह पावर सेक्टर हो या इंश्योरेंस सेक्टर. ऐसा लगता है कि यह बजट नहीं बल्कि बिक्री की एक दुकान है.
लोग नहीं जमा कर पा रहे बच्चों की फीस
बृजेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जिस तरह से पूरे देश में कोरोना का संक्रमण फैला है, ऐसे में 65% लोग अपने बच्चों तक की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं. सेना के विद्यालयों को पीपी मॉडल में बनाने की बात की जा रही है जबकि सेना के विद्यालय सरकार के पास होने चाहिए. ऐसे में निश्चित रूप से यह बजट अर्थव्यवस्था को तबाही के रास्ते पर ले जाने वाला है.
असम, बंगाल व केरल में की गई लोकलुभावन घोषणाएं
कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि जिन राज्यों में चुनाव है, वहां पर इस बजट के माध्यम से लोकलुभावन घोषणाएं की गई हैं. पर चुनाव के बाद यह सभी घोषणाएं वादे ही साबित होंगे. देश की जनता इस बात को भलीभांति जानती है.
कांग्रेस ने बनाए थे उपक्रम
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जिन बड़े-बड़े उपक्रमों को कांग्रेस ने स्थापित किया था, उससे लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा था. आज उन सभी उपक्रमों को बेचने की बात की जा रही है, चाहे वह पावर सेक्टर हो या इंश्योरेंस सेक्टर. ऐसा लगता है कि यह बजट नहीं बल्कि बिक्री की एक दुकान है.
लोग नहीं जमा कर पा रहे बच्चों की फीस
बृजेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि जिस तरह से पूरे देश में कोरोना का संक्रमण फैला है, ऐसे में 65% लोग अपने बच्चों तक की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं. सेना के विद्यालयों को पीपी मॉडल में बनाने की बात की जा रही है जबकि सेना के विद्यालय सरकार के पास होने चाहिए. ऐसे में निश्चित रूप से यह बजट अर्थव्यवस्था को तबाही के रास्ते पर ले जाने वाला है.
असम, बंगाल व केरल में की गई लोकलुभावन घोषणाएं
कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि जिन राज्यों में चुनाव है, वहां पर इस बजट के माध्यम से लोकलुभावन घोषणाएं की गई हैं. पर चुनाव के बाद यह सभी घोषणाएं वादे ही साबित होंगे. देश की जनता इस बात को भलीभांति जानती है.