लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में अब ड्राइवरों और कंडक्टरों को महीने में निर्धारित 5500 किलोमीटर की ड्यूटी करनी ही होगी. अवकाश की दशा में प्रतिदिन 220 किमी की ड्यूटी को माइनस किया जाएगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि चालक और परिचालक अपने मूल काम को छोड़कर लिपिक और दूसरे काम निबटा रहे हैं. एमडी ने सख्ती करते हुए आदेश जारी किया है कि अपनी मूल जिम्मेदारी से भागने वाले कर्मचारियों का भुगतान रोक दिया जाए. एमडी संजय कुमार ने सभी आरएम और एआरएम को निर्देश जारी करते हुए आदेश को सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी किए.
सहालग में बसों से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने पर हर रूट पर बसों की डिमांड बढ़ गई है. सभी बसों के नियमित संचालन में ड्राइवरों और कंडक्टरों की कमी हो रही है. इसका असर बसों के संचालन पर पड़ने लगा है. इसे देखते हुए एमडी ने साफ कहा है कि जो भी ड्राइवर या कंडक्टर रूट पर चलने के अपने मानकों को पूरा नहीं करेग उसका वेतन रोक लिया जाए. प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने कहा है कि ड्राइवरों और कंडक्टरों से बस संचालन के अलावा दूसरी ड्यूटी लिए जाने पर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक, स्टेशन प्रभारी और स्टेशन अधीक्षक के वेतन से 25-25 फीसदी वेतन कटेगा. सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी का डाटा सॉफ्टवेयर पर अपडेट करने के भी निर्देश दिए हैं.
बता दें, इससे पहले परिवहन निगम के एमडी के आदेश के बाद तमाम क्षेत्रों ने दफ्तरों से चालक परिचालकों को हटाया भी था, लेकिन जुगाड़ के सहारे फिर से चालक परिचालक दफ्तरों में ही तैनात हो गए. इससे बसों के संचालन पर असर पड़ा तो एक बार फिर एमडी ने सख्त निर्देश जारी किया.
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UPSRTC NEWS : ड्राइवर कंडक्टर करेंगे 5500 किलोमीटर की ड्यूटी, नहीं तो कटेगा वेतन - रोडवेज के ड्राइवर कंडक्टर का वेतन
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC NEWS) ने ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए महीनेभर की ड्यूटी का लक्ष्य 5500 किलोमीटर तय कर दिया है. अवकाश की दशा में प्रतिदिन 220 किमी की ड्यूटी माइनस कर दी जाएगी.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में अब ड्राइवरों और कंडक्टरों को महीने में निर्धारित 5500 किलोमीटर की ड्यूटी करनी ही होगी. अवकाश की दशा में प्रतिदिन 220 किमी की ड्यूटी को माइनस किया जाएगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि चालक और परिचालक अपने मूल काम को छोड़कर लिपिक और दूसरे काम निबटा रहे हैं. एमडी ने सख्ती करते हुए आदेश जारी किया है कि अपनी मूल जिम्मेदारी से भागने वाले कर्मचारियों का भुगतान रोक दिया जाए. एमडी संजय कुमार ने सभी आरएम और एआरएम को निर्देश जारी करते हुए आदेश को सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी किए.
सहालग में बसों से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने पर हर रूट पर बसों की डिमांड बढ़ गई है. सभी बसों के नियमित संचालन में ड्राइवरों और कंडक्टरों की कमी हो रही है. इसका असर बसों के संचालन पर पड़ने लगा है. इसे देखते हुए एमडी ने साफ कहा है कि जो भी ड्राइवर या कंडक्टर रूट पर चलने के अपने मानकों को पूरा नहीं करेग उसका वेतन रोक लिया जाए. प्रबंध निदेशक संजय कुमार ने कहा है कि ड्राइवरों और कंडक्टरों से बस संचालन के अलावा दूसरी ड्यूटी लिए जाने पर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक, स्टेशन प्रभारी और स्टेशन अधीक्षक के वेतन से 25-25 फीसदी वेतन कटेगा. सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी का डाटा सॉफ्टवेयर पर अपडेट करने के भी निर्देश दिए हैं.
बता दें, इससे पहले परिवहन निगम के एमडी के आदेश के बाद तमाम क्षेत्रों ने दफ्तरों से चालक परिचालकों को हटाया भी था, लेकिन जुगाड़ के सहारे फिर से चालक परिचालक दफ्तरों में ही तैनात हो गए. इससे बसों के संचालन पर असर पड़ा तो एक बार फिर एमडी ने सख्त निर्देश जारी किया.
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