परिवहन विभाग जारी करेगा नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड. देखें खबर लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम जल्द ही एक ऐसा कार्ड जारी करने जा रहा है जो सभी तरह से यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा. नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड से यात्री सभी तरह के परिवहन साधनों में यात्रा के दौरान भुगतान कर सकेंगे. रोडवेज के साथ ही सिटी बस और मेट्रो में भी यह कार्ड चलेगा. इस कार्ड का फायदा यह होगा कि यात्रा करने के दौरान यात्री को अपने साथ पैसा लेकर चलने की आवश्यकता नहीं होगी. सिर्फ एटीएम की तरह इस कार्ड में पैसा होना चाहिए. इसी से आसानी से भुगतान किया जा सकेगा. परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि इसी माह के अंत तक यह कार्ड यात्रियों के पास होगा. इस कार्ड की डिजाइन तैयार कर ली गई है. खास बात ये है कि एनसीएमसी पर अयोध्या और काशी नगरी नजर आएंगे. कार्ड का रंग कैसा हो अभी तय किया जा रहा है. विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि कार्ड का रंग भगवा हो सकता है. इसे फाइनल टच दिया जा रहा है.
परिवहन विभाग जारी करेगा नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड. अब चाहे रोडवेज बस हो, सिटी बस हो या फिर मेट्रो. इन साधनों में सफर के दौरान यात्री को नकद पैसे का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, सिर्फ यात्री के पास नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड होना चाहिए. इस कार्ड से किसी भी परिवहन साधन में सफर के दौरान भुगतान किया जा सकेगा. पेटीएम से इस कार्ड को लिंक किया गया है. इसमें भुगतान की पूरी व्यवस्था होगी. अभी तक विभिन्न परिवहन संस्थाओं में क्लोज्ड लूप सिस्टम पर कार्ड जारी होते थे. कहने का अर्थ है उन संस्थाओं का कार्ड केवल उसी संस्था के वाहनों में भुगतान के लिए इस्तेमाल हो सकता था. जैसे उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम का कार्ड रोडवेज बस में ही किराए का भुगतान करने के काम आ रहा था. अब यह व्यवस्था जल्द ही परिवर्तित हो जाएगी. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने सभी संस्थानों को अब ओपन लूप सिस्टम में जोड़ने का निर्णय लिया है. इसके तहत बने कार्ड से देश में कहीं भी किसी भी साधन में किराए का पेमेंट किया जा सकेगा.
स्मार्ट चिप कंपनी की होगी विदाई
ड्राइविंग लाइसेंस का काम संभालने वाली स्मार्ट चिप कंपनी की विदाई की तैयारी हो गई है. अब परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस का सारा जमा खुद ही संभालने को तैयार है. मानव संपदा की जो कमी है उसकी भरपाई भर्ती करके की जाएगी. इसके बाद निजी कंपनियों के जो भी लोग आरटीओ कार्यालय में लगे हैं उन्हें हटाकर परिवहन विभाग के बाबू ही ड्राइविंग लाइसेंस का पूरा काम संभालेंगे. सिर्फ प्रिंटिंग का ही काम कंपनी के पास रह सकता है.
स्मार्ट चिप कंपनी की होगी विदाई . स्मार्ट चिप कंपनी की होगी विदाई . परिवहन विभाग में ड्राइविंग लाइसेंस का काम स्मार्ट चिप नाम की फर्म के पास है. प्रदेश भर के सभी आरटीओ और एआरटीओ कार्यालय में इसी फर्म के नुमाइंदे तैनात हैं. लाइसेंस के लिए बायोमीट्रिक, फोटो खींचना, डिजिटल सिग्नेचर और जनरेट करने का काम इन्हें कर्मचारियों के हवाले है. ड्राइविंग लाइसेंस का अप्रूवल आरआई करते हैं. परिवहन विभाग के कार्यालय में प्रदेश भर में स्मार्ट चिप कंपनी के डेढ़ सौ से ज्यादा कर्मचारी तैनात हैं, लेकिन अब इन कर्मचारियों पर नौकरी जाने का संकट मंडराने लगा है. वजह है कि स्मार्ट चिप कंपनी का ठेका अगले साल फरवरी माह में समाप्त हो रहा है और अब परिवहन विभाग ने किसी कंपनी को ठेका देने के बजाय स्वयं ही ड्राइविंग लाइसेंस का काम संभालने की योजना तैयार की है.
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