लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 246वीं बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसलों पर मुहर लगी है. इनमें से यात्रियों के लिहाज से एक बड़ा फैसला राजधानी एक्सप्रेस बस सेवाओं को लेकर हुआ है. अब राजधानी बस सेवाओं का किराया परिवहन निगम की साधारण बस सेवाओं के बराबर ही होगा. अभी तक राजधानी एक्सप्रेस बस से सफर करने पर यात्रियों को साधारण बसों की तुलना में 10% अधिक किराया चुकाना होता था. इसकी वजह यही थी कि राजधानी एक्सप्रेस बस सेवाएं कम स्टॉपेज के साथ संचालित होती हैं और समय पर यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाती हैं. इसके अलावा अब परिचालक भी प्राइवेट बस ऑपरेटर का होगा.
परिवहन निगम के अध्यक्ष एल. वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में निदेशक मंडल की बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में पूर्व से संचालित 168 राजधानी बसों का किराया 10 प्रतिशत कम करने, यातायात अधीक्षक और यातायात निरीक्षक को दो सेट वर्दी की धनराशि उपलब्ध कराने, निगम में नॉन टिकटिंग राजस्व में वृद्धि, निगम की अप्रयोज्य भूमि संसाधनों के मॉनीटाइजेशन/राजस्व प्राप्ति की सम्भावनाओं, ट्रांसपोर्ट प्लानिंग और आधुनिक इलेक्ट्रिक बसों के लिए नीति-निर्धारण किए जाने का प्रस्ताव पास किया गया. परिवहन निगम के चेयरमैन एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में समूह क और ख श्रेणी के रिक्त पदों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रयागराज से कराये जाने के लिए जल्द ही प्रस्ताव भेजा जायेगा. परिवहन निगम में कार्यरत संविदा और आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह पारिवारिक यात्रा पास की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. दुर्घटनारहित संचालन करने वाले संविदा चालक/परिचालक के लिए सुरक्षित चालन प्रोत्साहन योजना के तहत प्रतिमाह दुर्घटना शून्य भत्ता शामिल होगा. दुर्घटना होने के बाद चालक/ परिचालक को उत्तम/उत्कृष्ट प्रोत्साहन योजना से हटा दिया जाएगा.
अब कंडक्टर भी प्राइवेट ऑपरेटर का होगा : जिस प्लान का रोडवेज की यूनियनों के नेता लगातार विरोध कर रहे थे उनकी एक भी न चली. परिवहन निगम निदेशक मंडल ने उसे प्रस्ताव पर भी मुहर लगा दी जिसको लेकर यूनियन नेता आंदोलन की धमकी दे रहे थे. नवीन अनुबन्धित योजना के तहत निजी संचालक अब परिचालक भी उपलब्ध कराएगा. यानी परिवहन निगम के साथ प्राइवेट बस ऑपरेटर का जो अनुबंध होगा उसके तहत प्राइवेट बस मालिक की बस भी होगी, ड्राइवर भी उनका होगा और अब कंडक्टर भी परिवहन निगम के बजाय प्राइवेट बस ऑपरेटर का ही होगा. बोर्ड बैठक में परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर, अपर प्रबंध निदेशक अन्नपूर्णा गर्ग, विशेष सचिव केपी सिंह, आईआईएम के निदेशक देवाशीष दास गुप्ता समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.