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लखनऊ: ग्रेडिंग पर होगा रोडवेज अफसरों का प्रमोशन और ट्रांसफर - उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम समाचार

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने सभी अधिकारियों के लिए स्कोरिंग प्रणाली लागू की है. जो भी बस डिपो और परिक्षेत्र प्रदेश स्तर पर अच्छा स्कोर करेंगे, उन्हें ग्रेडिंग दी जाएगी.

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम
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Published : Nov 18, 2019, 5:04 PM IST

लखनऊ: रोडवेज अधिकारी अब परफॉर्मेंस बेहतर करेंगे तो इसका नतीजा भी उन्हें उनके प्रमोशन और स्थानांतरण के समय मिलेगा. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने सभी अधिकारियों के लिए स्कोरिंग प्रणाली लागू की है. यही ग्रेड, ग्रेड अधिकारियों के प्रमोशन और स्थानांतरण का भी पैमाना होगा.

ग्रेडिंग पर होगा रोडवेज अफसरों का प्रमोशन.
लागू होगी ग्रेडिंग व्यवस्था
इस व्यवस्था के अनुसार डिपो इकाई और क्षेत्रीय इकाई के प्राप्त कुल स्कोर के आधार पर प्रादेशिक स्तर पर ग्रेडिंग की जाएगी. ग्रेडिंग के आधार पर क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक और डिपो इकाई में तैनात अधिकारियों के पदोन्नति और स्थानांतरण के प्रकरणों पर विचार किया जाएगा. बेहतर ग्रेडिंग प्राप्त करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा. संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के निर्णय में भी उनकी इकाइयों द्वारा प्राप्त स्कोर का संज्ञान लिया जाएगा.

अलग-अलग प्वाइंट्स पर अंक निर्धारित
एमडी ने अलग-अलग 12 पॉइंट्स के लिए 100 अंक निर्धारित किए हैं. दुर्घटनाओं पर अधिकारियों को संवेदनशील बनाए जाने के लिए इकाई और क्षेत्र के कुल अंकों से दुर्घटनाओं के आधार पर फैटल, मेजर और माइनर प्रति दुर्घटना पर 3, 2 और 1 अंक एवं प्रति घायल/मृतक पर 1 अंक की अतिरिक्त कटौती की जाएगी. प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में गठित मूल्यांकन निगरानी समिति ग्रेडिंग को अंतिम रूप देगी. इस समिति में सदस्य के रूप में अपर प्रबंध निदेशक, मुख्य प्रधान प्रबंधक (संचालन), मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक), प्रधान प्रबंधक (एमआईएस), प्रधान प्रबंधक (पीआईडीएम), प्रधान प्रबंधक सड़क सुरक्षा शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें - देवरिया: अनियंत्रित होकर पलटी टूरिस्ट बस, 5 की मौत समेत 15 से ज्यादा घायल

यह हैं परफॉर्मेंस के मानक

  • बस उपयोगिता प्रतिबस/प्रतिदिन, लोड फैक्टर, उपलब्धता के सापेक्ष संचालित बसों का प्रतिशत, लाभ हानि प्रति बस/ प्रतिदिन, चालक परिचालक उपयोगिता.
  • सॉफ्टवेयर के माध्यम से चालक/ परिचालक का कार्य आवंटन/ निर्धारित ड्रेस में चालक परिचालक की उपस्थिति.
  • बस के डीजल औसत की वृद्धि, टि्वटर, हेल्पलाइन, व्हाट्सएप, मेल पर यात्रियों के प्राप्त सुझाव और शिकायत.
  • सुरक्षित यात्रा के लिए लंबी दूरी के मार्गों पर संचालित बसों का 13 बिंदु का निरीक्षण/चालकों का ब्रेथ टेस्ट, बस के रखरखाव के लिए 31 बिंदुओं का निरीक्षण.
  • बस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की उपलब्धता और उसके रखरखाव के आधार पर, बसों की साफ सफाई की स्थिति.
  • चालकों परिचालकों के विश्राम गृह के रखरखाव, उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान सुधारात्मक प्रयास.

बस उपयोगिता प्रति बस/प्रतिदिन के लिए 15 अंक, लोड फैक्टर के लिए 15, उपलब्धता के सापेक्ष संचालित बसों के प्रतिशत के लिए 10 अंक, लाभ-हानि प्रति बस/ प्रति दिन के लिए 10 अंक और शेष सभी पॉइंटस के लिए 5-5 अंक मिलेंगे.

इसे भी पढ़ें - हमीरपुर: स्टेयरिंग फेल होने से रोडवेज बस ने कार में मारी टक्कर, भरना पड़ा 15 हजार जुर्माना

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम एक ऑर्गनाइजेशन है. ऐसे में बेहतर परफॉर्मेंस ऑर्गनाइजेशन को आगे बढ़ाती है, इसीलिए अच्छे परफॉर्म करने वाले अधिकारियों को चाहे वह फील्ड पर हों या मुख्यालय पर या फिर चालक-परिचालक. उन्हें प्रमोशन में, ट्रांसफर पोस्टिंग में और यहां तक कि अनुशासनिक कार्रवाई में भी फायदा मिलेगा.
- डॉ. राजशेखर, प्रबंध निदेशक यूपीएसआरटीसी

लखनऊ: रोडवेज अधिकारी अब परफॉर्मेंस बेहतर करेंगे तो इसका नतीजा भी उन्हें उनके प्रमोशन और स्थानांतरण के समय मिलेगा. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने सभी अधिकारियों के लिए स्कोरिंग प्रणाली लागू की है. यही ग्रेड, ग्रेड अधिकारियों के प्रमोशन और स्थानांतरण का भी पैमाना होगा.

ग्रेडिंग पर होगा रोडवेज अफसरों का प्रमोशन.
लागू होगी ग्रेडिंग व्यवस्थाइस व्यवस्था के अनुसार डिपो इकाई और क्षेत्रीय इकाई के प्राप्त कुल स्कोर के आधार पर प्रादेशिक स्तर पर ग्रेडिंग की जाएगी. ग्रेडिंग के आधार पर क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक और डिपो इकाई में तैनात अधिकारियों के पदोन्नति और स्थानांतरण के प्रकरणों पर विचार किया जाएगा. बेहतर ग्रेडिंग प्राप्त करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा. संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के निर्णय में भी उनकी इकाइयों द्वारा प्राप्त स्कोर का संज्ञान लिया जाएगा.

अलग-अलग प्वाइंट्स पर अंक निर्धारित
एमडी ने अलग-अलग 12 पॉइंट्स के लिए 100 अंक निर्धारित किए हैं. दुर्घटनाओं पर अधिकारियों को संवेदनशील बनाए जाने के लिए इकाई और क्षेत्र के कुल अंकों से दुर्घटनाओं के आधार पर फैटल, मेजर और माइनर प्रति दुर्घटना पर 3, 2 और 1 अंक एवं प्रति घायल/मृतक पर 1 अंक की अतिरिक्त कटौती की जाएगी. प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में गठित मूल्यांकन निगरानी समिति ग्रेडिंग को अंतिम रूप देगी. इस समिति में सदस्य के रूप में अपर प्रबंध निदेशक, मुख्य प्रधान प्रबंधक (संचालन), मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक), प्रधान प्रबंधक (एमआईएस), प्रधान प्रबंधक (पीआईडीएम), प्रधान प्रबंधक सड़क सुरक्षा शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें - देवरिया: अनियंत्रित होकर पलटी टूरिस्ट बस, 5 की मौत समेत 15 से ज्यादा घायल

यह हैं परफॉर्मेंस के मानक

  • बस उपयोगिता प्रतिबस/प्रतिदिन, लोड फैक्टर, उपलब्धता के सापेक्ष संचालित बसों का प्रतिशत, लाभ हानि प्रति बस/ प्रतिदिन, चालक परिचालक उपयोगिता.
  • सॉफ्टवेयर के माध्यम से चालक/ परिचालक का कार्य आवंटन/ निर्धारित ड्रेस में चालक परिचालक की उपस्थिति.
  • बस के डीजल औसत की वृद्धि, टि्वटर, हेल्पलाइन, व्हाट्सएप, मेल पर यात्रियों के प्राप्त सुझाव और शिकायत.
  • सुरक्षित यात्रा के लिए लंबी दूरी के मार्गों पर संचालित बसों का 13 बिंदु का निरीक्षण/चालकों का ब्रेथ टेस्ट, बस के रखरखाव के लिए 31 बिंदुओं का निरीक्षण.
  • बस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की उपलब्धता और उसके रखरखाव के आधार पर, बसों की साफ सफाई की स्थिति.
  • चालकों परिचालकों के विश्राम गृह के रखरखाव, उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान सुधारात्मक प्रयास.

बस उपयोगिता प्रति बस/प्रतिदिन के लिए 15 अंक, लोड फैक्टर के लिए 15, उपलब्धता के सापेक्ष संचालित बसों के प्रतिशत के लिए 10 अंक, लाभ-हानि प्रति बस/ प्रति दिन के लिए 10 अंक और शेष सभी पॉइंटस के लिए 5-5 अंक मिलेंगे.

इसे भी पढ़ें - हमीरपुर: स्टेयरिंग फेल होने से रोडवेज बस ने कार में मारी टक्कर, भरना पड़ा 15 हजार जुर्माना

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम एक ऑर्गनाइजेशन है. ऐसे में बेहतर परफॉर्मेंस ऑर्गनाइजेशन को आगे बढ़ाती है, इसीलिए अच्छे परफॉर्म करने वाले अधिकारियों को चाहे वह फील्ड पर हों या मुख्यालय पर या फिर चालक-परिचालक. उन्हें प्रमोशन में, ट्रांसफर पोस्टिंग में और यहां तक कि अनुशासनिक कार्रवाई में भी फायदा मिलेगा.
- डॉ. राजशेखर, प्रबंध निदेशक यूपीएसआरटीसी

Intro:अब रोडवेज अफसरों की परफारमेंस दिलाएगी प्रमोशन के साथ मनचाहे स्थान पर तैनाती

लखनऊ। रोडवेज अधिकारी अब परफॉर्मेंस बेहतर करेंगे तो इसका नतीजा भी उन्हें उनके प्रमोशन और स्थानांतरण के समय मिलेगा। बेहतर स्कोर करने वालों को परिवहन निगम प्रशासन प्रोन्नति देगा साथ ही उन्होंने बेहतर स्कोर किया होगा उसके अनुसार उन्हें मनचाही जगह पर तैनाती भी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ राजशेखर ने सभी अधिकारियों के लिए स्कोरिंग प्रणाली लागू की है। जो भी बस डिपो और परिक्षेत्र प्रदेश स्तर पर अच्छा स्कोर करेंगे उन्हें ग्रेडिंग दी जाएगी। यही ग्रेड ग्रेड अधिकारियों के प्रमोशन और स्थानांतरण का भी पैमाना होगा।



Body:उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के एमडी डॉ राजशेखर ने सभी क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि संचालन व तकनीकी के विभिन्न मापदंडों, बसों के रखरखाव, यात्री सुविधाओं और अन्य निर्धारित व्यवस्थाओं के विकास के आधार पर डिपो और क्षेत्रीय इकाइयों के विभिन्न बिंदुओं पर स्कोरिंग व्यवस्था निर्धारित कर दी गई है। इस व्यवस्था के अनुसार डिपो इकाई और क्षेत्रीय इकाई के प्राप्त कुल स्कोर के आधार पर प्रादेशिक स्तर पर ग्रेडिंग की जाएगी। ग्रेडिंग के आधार पर क्षेत्रीय प्रबंधक, सेवा प्रबंधक और डिपो इकाई में तैनात अधिकारियों के पदोन्नति और स्थानांतरण के प्रकरणों पर विचार किया जाएगा। बेहतर ग्रेडिंग प्राप्त करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही के निर्णय में भी उनकी इकाइयों द्वारा प्राप्त स्कोर का संज्ञान लिया जाएगा। एमडी ने अलग-अलग 12 पॉइंट्स के लिए 100 अंक निर्धारित किए हैं। दुर्घटनाओं पर अधिकारियों को संवेदनशील बनाए जाने के लिए इकाई और क्षेत्र के कुल अंकों से दुर्घटनाओं के आधार पर फैटल, मेजर और माइनर प्रति दुर्घटना पर 3, 2 और 1 अंक एवं प्रति घायल/मृतक पर एक अंक की अतिरिक्त कटौती की जाएगी। प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में गठित मूल्यांकन निगरानी समिति ग्रेडिंग को अंतिम रूप देगी। इस समिति में सदस्य के रूप में अपर प्रबंध निदेशक, मुख्य प्रधान प्रबंधक (संचालन), मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) प्रधान प्रबंधक (एमआईएस) प्रधान प्रबंधक (पीआईडीएम) प्रधान प्रबंधक सड़क सुरक्षा शामिल हैं।


Conclusion:यह हैं परफारमेंस के मानक

बस उपयोगिता प्रतिबस/प्रतिदिन, लोड फैक्टर, उपलब्धता के सापेक्ष संचालित बसों का प्रतिशत, लाभ हानि प्रति बस/ प्रतिदिन, चालक परिचालक उपयोगिता, सॉफ्टवेयर के माध्यम से चालक/ परिचालक का कार्य आवंटन/ निर्धारित ड्रेस में चालक परिचालक की उपस्थिति, बस के डीजल औसत की वृद्धि, टि्वटर, हेल्पलाइन, व्हाट्सएप, मेल पर यात्रियों के प्राप्त सुझाव और शिकायत, सुरक्षित यात्रा के लिए लंबी दूरी के मार्गों पर संचालित बसों का 13 बिंदु का निरीक्षण/चालकों का ब्रेथ टेस्ट, बस के रखरखाव के लिए 31 बिंदुओं का निरीक्षण, बस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की उपलब्धता और उसके रखरखाव के आधार पर, बसों की साफ सफाई की स्थिति, चालकों परिचालकों के विश्राम गृह के रखरखाव, उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान सुधारात्मक प्रयास पर। बस उपयोगिता प्रतिबस/प्रतिदिन के लिए 15 अंक, लोड फैक्टर के लिए 15, उपलब्धता के सापेक्ष संचालित बसों के प्रतिशत के लिए 10 अंक, लाभ-हानि प्रतिबस/ प्रति दिन के लिए 10 अंक और शेष सभी पॉइंटस के लिए 5-5 अंक मिलेंगे।


उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम एक ऑर्गनाइजेशन है और हर ऑर्गेनाइजेशन में मिलजुल कर काम करना होता है। ऐसे में बेहतर परफॉर्मेंस ऑर्गनाइजेशन को आगे बढ़ाती है। इसीलिए अच्छे परफॉर्म करने वाले अधिकारियों को चाहे वह फील्ड पर हों या मुख्यालय पर या फिर चालक-परिचालक उन्हें प्रमोशन में, ट्रांसफर पोस्टिंग में और यहां तक कि अनुशासनिक कार्रवाई में भी फायदा मिलेगा। इस तरह से काम की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और हम बेहतर कर सकेंगे। इसी लिए मेरिट बेस्ट परफॉर्मेंस परिवहन निगम में लागू किया गया है। उम्मीद है इसका बेहतर परिणाम निकलेगा।

बाइट: डॉ राजशेखर: प्रबंध निदेशक: यूपीएसआरटीसी

अखिल पांडेय, लखनऊ, 93368 64096
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