लखनऊ: अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम की पिच पर कम रन बनने को लेकर सोशल मीडिया पर वरिष्ठ क्रिकेटरों का गुस्सा उबल पड़ा है. उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ क्रिकेटर अशोक बॉम्बी ने काली मिट्टी के बीच को T20 क्रिकेट के लिए उपयोगी नहीं माना है, जिस पर बल्लेबाजों को एक 1 रन बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है. जहां एक और 20 ओवर में ढाईं सौ से ज्यादा रन बन रहे हैं, वहीं आईपीएल के मुकाबलों में लखनऊ के स्टेडियम में 40 ओवर में 200 रन बनना मुश्किल हो रहा है. लगातार काली मिट्टी की पिच बल्लेबाजों के लिए कब्रगाह बनती जा रही है.
बता दें कि लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आईपीएल के पिछले मैच में बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स और लखनऊ सुपरजाइंट्स की टीम दोनों की बल्लेबाजी खराब रही थी. रॉयल चैलेंजर्स ने जहां केवल 126 रन का स्कोर बनाया तो लखनऊ की टीम बमुश्किल 100 रन का स्कोर पार कर पाई. मुकाबले के 40 ओवर में 20 विकेट भी गिर गए. यहां पहला बड़ा मैच साल 2018 में खेला गया था, तब रोहित शर्मा ने शानदार शतक बनाया था और टीम ने 191 का बड़ा स्कोर खड़ा हुआ था.
इसके बाद भारतीय टीम ने यहां एक वनडे और एक टी-20 मैच खेला. दोनों ही मैच पिच की वजह से विवाद में रहे. यहां तक की न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम की कप्तानी कर रहे हार्दिक पांड्या और गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने पिच को लेकर सवाल खड़ा कर दिया था. उसकी वजह से बाद में पिच के क्यूरेटर को भी हटा दिया गया था.
रणजी में यूपी का प्रतिनिधित्व कर कर चुके पूर्व खिलाड़ी अशोक बांबी का कहना है कि इकाना की खराब पिच के कारण ही कम स्कोर हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट में अशोक बॉम्बी ने बताया कि सारा दोष पिच क्यूरेटर का है. उसे पिछले साल ही पिच की मिट्टी बदलवानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. पिच के कारण यहां खिलाडियों का प्रदर्शन खराब हो रहा है.
विश्वकप के चार मैच लखनऊ में हो सकते हैं
50 ओवर का विश्वकप मैच इस बार भारत में हो रहा है. मैचों का आयोजन लखनऊ में भी होना है. माना जा रहा है कि कम से कम 3 या 4 मैच की मेजबानी इकाना को मिल सकती है.
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