लखनऊ: यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक की. इस अवसर पर उन्होंने प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों को निर्माण कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए. मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि परियोजना की प्रगति 35 प्रतिशत तक हासिल करने पर जोर दिया गया है. परियोजना के स्ट्रक्चर्स की प्रगति तीव्र गति से बढ़ाने के लिये मशीनरी और टेक्नीकल स्टाफ पर्याप्त संख्या में बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है.
निर्माण कार्य की गुणवत्ता से समझौता बिल्कुल नहीं
सीईओ अवस्थी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजना के कार्यो की गुणवता पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देर्शित किया. उन्होंने डीबीएम कार्य की प्रगति में अविलंब तेजी लाए जाने के निर्देश दिए और जिन स्ट्रक्चर्स् की डिजाइन, संबंधित ठेकेदार द्वारा अभी तक प्रस्तुत नहीं की गई है, उसे एक सप्ताह के अंदर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए.
निर्माण कार्य 33 फीसद पूरा
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य इस दिनों काफी तेजी से चल रहा है और अब तक कुल 32 प्रतिशत निर्माण कार्य सम्पन्न किया जा चुका है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में अब तक क्लीयरिंग एंड ग्रबिंग का कार्य 92.00 प्रतिशत और मिट्टी का कार्य 73.00 प्रतिशत से अधिक पूरा कर लिया गया है. कुल 819 में से 363 स्ट्रक्चर्स का कार्य भी पूरा किया जा चुका है. अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि जुलाई 2021 में 35 प्रतिशत का द्वितीय माइल स्टोन पूरा करने का लक्ष्य है, जबकि 5 महीने पूर्व ही यानि 15 फरवरी को ही ये लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा.
4 लेन चौड़ा होगा एक्सप्रेस वे
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे 04 लेन चौड़ा (6 लेन में विस्तारणीय) और संरचनाएं 06 लेन चौड़ाई की बनाई जाएगी. एक्सप्रेसवे के एक ओर 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जाएगी, जिससे परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को एक्सप्रेसवे पर सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके.
ये रहेगा खास
एक्सप्रेसवे पर 04 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैंप प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर और 214 अंडरपास का निर्माण कराया जाएगा. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को देश की राजधानी दिल्ली से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से जोड़ेगा. एक्सप्रेसवे झांसी-इलाहाबाद राष्ट्रीय मार्ग सं0-35 भरतकूप के पास जनपद चित्रकूट से प्रारम्भ होकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा. एक्सप्रेसवे की लम्बाई 296.070 किमी होगी. इस परियोजना से जनपद चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया और इटावा लाभान्वित होंगे.