लखनऊ : राजधानी के 11 मार्गों पर घोषित नो पार्किंग जोन में गाड़ी खड़ी करने वालों के खिलाफ ट्रैफिक पुलिस का एक्शन जारी है. बुधवार को यूपी के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के काफिले की गाड़ी को टो कर यार्ड तक पहुंचा दिया गया. यह गाड़ी विधान सभा के बाहर नो पार्किंग जोन में खड़ी मिली. हालांकि बाद में मंत्री ने 1100 रुपये का जुर्माना भरकर गाड़ी रिलीज करवा ली है.
बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह विधान सभा आए थे. इस दौरान उनकी गाड़ी विधान भवन में चली गई, लेकिन उनके साथ वाली एस्कॉर्ट वाली गाड़ी बाहर ही खड़ी कर दी गई. जहां एस्कॉट की गाड़ी खड़ी थी, वह नो पार्किंग जोन है. लिहाजा ट्रैफिक पुलिस ने अनाउंसमेंट करने के बाद उस वाहन को क्रेन के माध्यम से टो करवा यार्ड पहुंचा दिया.
डीसीपी ट्रैफिक आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक आमतौर पर लोगों को यह लगता है कि कानून दो तरह के होते हैं. एक आम आदमी के लिए और दूसरा पाॅवरफुल या अधिकारी, मंत्रियों के लिए. यह समझना होगा कि कानून व नियम सभी के लिए एक जैसा है. यदि नो पार्किंग पर गाड़ी खड़ी मिलती है तो अनाउंसमेंट करने के बाद उस गाड़ी को टो कर लिया जाएगा. अब वह गाड़ी किसी अधिकारी की है, किसी मंत्री या आम आदमी की है यह हमारे लिए मायने नहीं रखता है. गाड़ी एक बार क्रेन में चढ़ गई तो बिना जुर्माना दिए गाड़ी नहीं छूटेगी. टो किए गए दो पहिया वाहनों को छोड़ने के लिए 700 रुपये, तीन पहिया वाहन का 800 रुपये और चार पहिया वाहन का 1100 रुपये शुल्क लिया जाएगा।.
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