लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक प्रपत्र परीक्षा 2021 के लीक होने के मामले में यूपी एसटीएफ की टीम लगातार जगह-जगह से गिरफ्तारियां करने में जुटी हुई है. वहीं, एक बार फिर यूपी एसटीएफ की बागपत टीम को इस गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है. पकड़ा गया यह आरोपी जनपद बागपत का रहने वाला है, जिसकी पहचान राहुल चौधरी के रूप में हुई है. आरोपी द्वारा अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उनको पेपर आउट किया जा रहा था.
शामली निवासी रवि उर्फ बंटी ने परीक्षा से एक दिन पहले रात को राहुल चौधरी को टीईटी सेकंड पाली का पेपर मुहैया कराया था. इसके बदले में अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूली गई थी. बताया गया है कि बागपत निवासी फिरोज, शाहपुर निवासी बबलू उर्फ बलराम भी इस पेपर आउट मामले में शामिल था. एसटीएफ की टीम ने आरोपी के पास से एक यूपीटीईटी पेपर सेट, 6 एडमिट कार्ड यूपीटीईटी पेपर-2021, 5 एडमिट कार्ड उपनिरीक्षक ना. पुलिस परीक्षा-2021, 3 स्मार्टफोन और 500 रुपये नकद की बरामदगी की है. एसटीएफ टीम ने आरोपी को बागपत जिले के बड़ौत थाने में दाखिल किया है, जहां से उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है.
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यूपीटीईटी-2021 की परीक्षा के अंतर्गत लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी. इस संबंध में अभ्यर्थियों ने धन उगाही का प्रयास कर परीक्षा में नकल कराने, सॉल्वर उपलब्ध कराने और प्रश्न पत्र लीक कराने वाले तत्वों को चिह्नित कर उनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करने के लिए एसटीएफ की कई टीमों को अलग-अलग लगाया गया था. इसी बीच 29 नवंबर को एसटीएफ टीम को एक सूचना प्राप्त हुई थी, कुछ व्यक्तियों द्वारा अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूल कर यूपीटीईटी की परीक्षा से संबंधित पेपर आउट किए गए हैं.
एसटीएफ की टीम को मुखबिर ने सूचना दी कि प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों से पेपर पास कराने के नाम पर मोटी रकम वसूल कर अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से भर्ती कराने वाले गिरोह का एक सदस्य जनता वेदिक डिग्री कॉलेज के घासीराम द्वार के सामने जूते की दुकान करता है. उसकी आड़ में वह यह सब धांधलेबाजी करता है और इससे संबंधित सारे कागजात दुकान में ही रखता है. आप चाहे तो जाकर चेक कर लें आपको सारी चीजें उसके पास मिल जाएंगी. इस सूचना पर एसटीएफ टीम ने वहां पर पहुंच कर आरोपी को चारों ओर से घेर कर दबिश देकर उसकी दुकान के बाहर गिरफ्तार किया. दुकान के अंदर छापेमारी कर यूपीटीईटी परीक्षा से संबंधित कागजात भी बरामद हुए हैं.
गिरफ्तार आरोपी राहुल चौधरी ने पूछताछ में बताया कि फिरोज बबलू उर्फ बलराम राठी के साथ मिलकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से मोटी रकम वसूलने का काम करता है. उसके पास से जो परीक्षा पेपर का सेट मिला है वह 28 नवंबर को निरस्त हो चुकी उत्तर प्रदेश टीईटी-2021 की द्वितीय पाली का प्रश्न पत्र है, जो उसको रवि उर्फ बंटी शामली निवासी ने 27 नवंबर की रात को पेपर होने से एक दिन पहले ही मिल करके दिया था. इसके बाद उसके द्वारा कई लोगों को यह पेपर दिया गया. लेकिन ज्यादा प्रचलित होने की वजह से परीक्षा निरस्त हो गई थी.
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मौजूदा चल रही उत्तर प्रदेश पुलिस उप निरीक्षक भर्ती के चल रहे ऑनलाइन एग्जाम में भी पैसा लेकर भर्ती कराने के लिए बबलू उर्फ बलराम ने कंकरखेड़ा बायपास मेरठ पर राधेश्याम विद्यापीठ लैब किराए पर ली है. इसमें लेन केबल डालकर लैब में कंप्यूटर में नेट चलाकर कंप्यूटर हैक कर पेपर सॉल्व कराने का प्रयास किया था. लेकिन परीक्षा चला रही कंपनी एनसीईआईटी के लोगों की वजह से सफल नहीं हो पाए, फिर सॉल्वर को बैठाने का प्रयास किया. लेकिन उसमें भी अभी सफलता प्राप्त नहीं हुई थी. आरोपी ने कहा कि यह पेपर व एडमिट कार्ड फिरोज निवासी किरठल को देने वाला था, जिससे पहले ही उसको गिरफ्तार कर लिया गया.
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