लखनऊ: जिले में एसटीएफ की टीम ने दो क्रिकेट सट्टेबाज को गिरफ्तार किया है. पुलिस को क्रिकेट के बिग बैश लीग में सट्टेबाजी करने वाले गिरोह की सूचनाएं लगातार मिल रही थी, जिसके बाद प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अनिल सिंह ने कार्रवाई के लिए टीम को लगा दिया. उप निरीक्षक सत्येंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने दो सट्टेबाजों को गिरफ्तार कर लिया. सट्टेबाजों के पास से एक लाख पांच हजार रुपये नकद और दो मोबाइल फोन और एक कार बरामद हुई है.
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पीकेडली होटल के गेट नंबर 3 के पास सट्टेबाजों के होने की सूचना दी गई. मौके पर पहुंची एसटीएफ की टीम ने रविंद्र श्रीवास्तव और दिनेश चौबे नाम के दो सट्टेबाजों को गिरफ्तार कर लिया. सट्टेबाजों ने पूछताछ में बताया कि उनका मुख्य बुकी विकास गुप्ता है.
कैसे होती थी क्रिकेट की सट्टेबाजी
एसटीएफ के द्वारा पकड़े गए दोनों सट्टेबाजों ने पूछताछ में बताया कि उनके पास जो मोबाइल है उसे वह डिब्बा फोन कहते हैं. यह फोन सीधी लाइन से जुड़ा हुआ होता है. फोन पर ही क्रिकेट बिग बैश लीग खेल रही टीमों के भाव बताए जाते हैं. इस भाव पर, जिस टीम का नंबर पहले बोला जाता है वह जिताऊ टीम और जिस का भाव बाद में बोला जाता है उसे लंगड़ी टीम कहते हैं. डिब्बा फोन सब बुकी के पास होता है और इस कनेक्शन का पैसा हर महीने उनको अदा भी करना होता है. सट्टे के हर दांव पर बुकी को कमीशन के रूप में निर्धारित धनराशि भी मिलती है. सट्टे का पूरा हिसाब फोन की पूरी रिकॉर्डिंग और सादे कागज पर भी लिखा जाता है.
लखनऊ में STF ने दो सट्टेबाजों को किया गिरफ्तार - लखनऊ समाचार
उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी. एसटीएफ ने बिग बैश लीग में सट्टेबाजी करने वाले गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
लखनऊ: जिले में एसटीएफ की टीम ने दो क्रिकेट सट्टेबाज को गिरफ्तार किया है. पुलिस को क्रिकेट के बिग बैश लीग में सट्टेबाजी करने वाले गिरोह की सूचनाएं लगातार मिल रही थी, जिसके बाद प्रभारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अनिल सिंह ने कार्रवाई के लिए टीम को लगा दिया. उप निरीक्षक सत्येंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने दो सट्टेबाजों को गिरफ्तार कर लिया. सट्टेबाजों के पास से एक लाख पांच हजार रुपये नकद और दो मोबाइल फोन और एक कार बरामद हुई है.
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पीकेडली होटल के गेट नंबर 3 के पास सट्टेबाजों के होने की सूचना दी गई. मौके पर पहुंची एसटीएफ की टीम ने रविंद्र श्रीवास्तव और दिनेश चौबे नाम के दो सट्टेबाजों को गिरफ्तार कर लिया. सट्टेबाजों ने पूछताछ में बताया कि उनका मुख्य बुकी विकास गुप्ता है.
कैसे होती थी क्रिकेट की सट्टेबाजी
एसटीएफ के द्वारा पकड़े गए दोनों सट्टेबाजों ने पूछताछ में बताया कि उनके पास जो मोबाइल है उसे वह डिब्बा फोन कहते हैं. यह फोन सीधी लाइन से जुड़ा हुआ होता है. फोन पर ही क्रिकेट बिग बैश लीग खेल रही टीमों के भाव बताए जाते हैं. इस भाव पर, जिस टीम का नंबर पहले बोला जाता है वह जिताऊ टीम और जिस का भाव बाद में बोला जाता है उसे लंगड़ी टीम कहते हैं. डिब्बा फोन सब बुकी के पास होता है और इस कनेक्शन का पैसा हर महीने उनको अदा भी करना होता है. सट्टे के हर दांव पर बुकी को कमीशन के रूप में निर्धारित धनराशि भी मिलती है. सट्टे का पूरा हिसाब फोन की पूरी रिकॉर्डिंग और सादे कागज पर भी लिखा जाता है.