ETV Bharat / state

यूपी रेरा ने डिफाल्टरों से वसूले 102 करोड़, आवंटियों को मिली राहत

author img

By

Published : Mar 5, 2021, 7:11 PM IST

उत्तर प्रदेश रेरा ने फ्लैट और प्लॉट खरीदारों को बड़ी राहत देते हुये उनकी शिकायतों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. इसी वजह से डिफाल्टर बिल्डर्स से 102 करोड़ से ज्यादा का अमाउंट रिकवर करने में सफलता मिली है. यह कार्रवाई आवंटियों की शिकायतों के बाद की गई.

यूपी रेरा
यूपी रेरा

लखनऊः उत्तर प्रदेश रेरा ने फ्लैट और प्लॉट खरीदारों को बड़ी राहत देते हुये उनकी शिकायतों पर कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसके चलते डिफाल्टर बिल्डर्स से 102 करोड़ से ज्यादा का अमाउंट रिकवर करने में सफलता मिली है. ये कार्रवाई उन आवंटियों की आई शिकायतों के बाद की गई, जिसमें साफ तौर दर्शाया गया था कि बिल्डर्स किस तरह से आवंटियों से धोखा-धड़ी कर रहे हैं. इसमें किसी को कब्जा नहीं दिया गया था तो किसी को वक्त पर मकान नहीं मिला था या फिर आधा अधूरा फ्लैट बनाकर दिया गया था.

कितने शिकायतकर्ताओं को मिली राहत
यूपी के रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण को मिली सैकड़ों शिकायत में कुल सूबे के 639 शिकायतकर्ताओं को राहत मिल सकी है, जो कि यूपी के अलग अलग क्षेत्रों से हैं. इनमें वो सभी शिकायकर्ता जिन्हें फ्लैट या प्लॉट खरीदने से पहले किये गये , जिसमें की आवास विकास परिषद समेत कई प्राधिकरण के नाम शामिल हैं.

यह भी पढ़ेंः-देश में बिक रही दिल की नकली दवा, दिल्ली से लेकर यूपी तक अलर्ट

यूपी रेरा की इस कड़ी कार्रवाई में 2 करोड़ 56 लाख रुपये की रिकवरी ग्राहको के हक में रेरा ने करवाई है, जिसमें कि सबसे ज्यादा शिकायतें लखनऊ विकास प्राधिकरण के वादों को लेकर की गयी हैं. सबसे बड़ी पेनाल्टी अमाऊंट गाजियाबाद प्राधिकरण को रिकवरी अमाऊंट के तौर पर चुकानी पड़ी है. वहीं पेनाल्टी के तौर रिकवरी अमाऊंट देने की बात करें तो इसमें वो सभी कंपनीयों के नाम शामिल हैं जो रियल स्टेट की दुनिया में अपना बड़ा नाम कर रही हैं. इसमें पार्सवनाथ डेवलपर्स, अंसल प्रापर्रटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राईवेट लिमिटेड जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं.

लखनऊः उत्तर प्रदेश रेरा ने फ्लैट और प्लॉट खरीदारों को बड़ी राहत देते हुये उनकी शिकायतों पर कार्रवाई शुरू कर दी है, जिसके चलते डिफाल्टर बिल्डर्स से 102 करोड़ से ज्यादा का अमाउंट रिकवर करने में सफलता मिली है. ये कार्रवाई उन आवंटियों की आई शिकायतों के बाद की गई, जिसमें साफ तौर दर्शाया गया था कि बिल्डर्स किस तरह से आवंटियों से धोखा-धड़ी कर रहे हैं. इसमें किसी को कब्जा नहीं दिया गया था तो किसी को वक्त पर मकान नहीं मिला था या फिर आधा अधूरा फ्लैट बनाकर दिया गया था.

कितने शिकायतकर्ताओं को मिली राहत
यूपी के रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण को मिली सैकड़ों शिकायत में कुल सूबे के 639 शिकायतकर्ताओं को राहत मिल सकी है, जो कि यूपी के अलग अलग क्षेत्रों से हैं. इनमें वो सभी शिकायकर्ता जिन्हें फ्लैट या प्लॉट खरीदने से पहले किये गये , जिसमें की आवास विकास परिषद समेत कई प्राधिकरण के नाम शामिल हैं.

यह भी पढ़ेंः-देश में बिक रही दिल की नकली दवा, दिल्ली से लेकर यूपी तक अलर्ट

यूपी रेरा की इस कड़ी कार्रवाई में 2 करोड़ 56 लाख रुपये की रिकवरी ग्राहको के हक में रेरा ने करवाई है, जिसमें कि सबसे ज्यादा शिकायतें लखनऊ विकास प्राधिकरण के वादों को लेकर की गयी हैं. सबसे बड़ी पेनाल्टी अमाऊंट गाजियाबाद प्राधिकरण को रिकवरी अमाऊंट के तौर पर चुकानी पड़ी है. वहीं पेनाल्टी के तौर रिकवरी अमाऊंट देने की बात करें तो इसमें वो सभी कंपनीयों के नाम शामिल हैं जो रियल स्टेट की दुनिया में अपना बड़ा नाम कर रही हैं. इसमें पार्सवनाथ डेवलपर्स, अंसल प्रापर्रटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राईवेट लिमिटेड जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.