लखनऊ: फ्लैट का कब्जा मिलने की आस लगाए बैठे हजारों लोगों को बड़ा झटका लगा है. ऐसे लोगों को अब अपने फ्लैट में शिफ्ट होने के लिए 2 साल तक इंतजार करना पड़ सकता है. उत्तर प्रदेश भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण (UP RERA) ने इससे जुड़ा एक फैसला दिया है. खासतौर पर कोरोना-लॉकडाउन (Lockdown) के चलते यह फैसला लिया गया है. इस फैसले से जहां फ्लैट बायर्स को तगड़ा झटका लगा तो वहीं नोएडा-ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) की बिल्डर्स लॉबी में खुशी की लहर है. अच्छी बात यह है कि यूपी रेरा ने इस फैसले की एक कड़ी फ्लैट बायर (Flat Buyers) के हाथ में ही छोड़ी. मतलब अगर खरीदार चाहेंगे तभी इस फैसले का फायदा बिल्डर्स को मिलेगा.
यूपी रेरा(UP RERA) ने अपने एक फैसले में रुके हुए प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए यूपी के सभी बिल्डर्स को 2 साल का वक्त दिया है. रेरा का कहना है कि रेरा के नियम और कोरोना-लॉकडाउन के चलते यह फैसला लिया गया है. मौजूदा वक्त में यूपी रेरा के पास 3 हजार से ज्यादा प्रोजेक्ट पंजीकृत हैं, लेकिन इनमें से 100 प्रोजेक्ट ऐसे हैं जिनको पूरा करने का वक्त लगभग खत्म होने वाला है या खत्म हो गया है. कोरोना-लॉकडाउन के चलते यह प्रोजेक्ट लेट हो गए हैं. इसी को देखते हुए बिल्डर्स ने समय बढ़ाने की मांग की थी.
इस पर यूपी रेरा ने रेरा के नियमों के तहत एक साल का वक्त दिया है. वहीं 2020 और 2021 में कोरोना की लहर को देखते हुए 6-6 महीने मतलब एक साल का वक्त और दिया है. इस तरह कुल मिलाकर बिल्डर्स को अपने प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए 2 साल का वक्त मिल गया है.
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