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कानपुर एनकाउंटर: अपराधी ही नहीं साथियों पर भी होगी कार्रवाई

यूपी के कानपुर जिले में हुई मुठभेड़ की घटना के बाद पुलिस अपराधियों को लेकर सख्त है. पुलिस के आला अधिकारी इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं पर नजर रख रहे हैं. इतना ही नहीं पुलिस उन मुखबिरों को भी तलाश रही है, जो विभाग के ऑपरेशन की जानकारी अपराधियों को देते हैं.

कानपुर एनकाउंटर
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Published : Jul 5, 2020, 10:00 PM IST

लखनऊ: कानपुर जिले में अपराधी विकास दुबे के घर दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर अपराधियों ने हमला बोल दिया. जिसमें 8 पुलिस कर्मचारी शहीद हो गए जबकि, 7 पुलिस कर्मचारी अस्पताल में भर्ती हैं. इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई कर सकती है. बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर अपराधियों की तलाश की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस घटना में शामिल अपराधियों के साथ उनके सहयोगियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की योजना बना रही है.

यूपी पुलिस गंभीरता से कर रही मामले की जांच

विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. वहीं पुलिस के आला अधिकारी भी इस पहलू पर भी जांच कर रहे हैं कि आखिर पुलिस टीम की दबिश की सूचना विकास दुबे को कैसे मिली? इसके लिए बाकायदा कॉल डिटेल्स भी खंगाली जा रही हैं. वहीं लोकल इंटेलिजेंस को लेकर भी पुलिस के आला अधिकारी गंभीर हैं. इस घटना के बाद इस पर भी विचार किया जा रहा है कि आखिर अपराधी जब इतनी बड़ी साजिश रच रहे थे तो फिर लोकल इंटेलिजेंस को इसकी भनक क्यों नहीं लगी.

56 से अधिक मुकदमे, क्यों नहीं हुई प्रभावी कार्रवाई

विकास दुबे के अपराधों की विवेचना करने वाले अधिकारियों पर भी पुलिस विभाग के आला अधिकारी कार्रवाई कर सकते हैं. विकास दुबे पर 56 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके बावजूद भी वह जेल से बाहर कैसे था. ऐसे में विकास दुबे के आपराधिक मामलों की जांच करने वाले जांच अधिकारी के बारे में भी विभाग जानकारी जुटा रहा है. अगर विकास दुबे की जांच के मामले में लापरवाही की गई है तो इन जांच अधिकारियों के ऊपर भी विभाग बड़ी कार्रवाई कर सकता है.

लखनऊ: कानपुर जिले में अपराधी विकास दुबे के घर दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर अपराधियों ने हमला बोल दिया. जिसमें 8 पुलिस कर्मचारी शहीद हो गए जबकि, 7 पुलिस कर्मचारी अस्पताल में भर्ती हैं. इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई कर सकती है. बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर अपराधियों की तलाश की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस घटना में शामिल अपराधियों के साथ उनके सहयोगियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की योजना बना रही है.

यूपी पुलिस गंभीरता से कर रही मामले की जांच

विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. वहीं पुलिस के आला अधिकारी भी इस पहलू पर भी जांच कर रहे हैं कि आखिर पुलिस टीम की दबिश की सूचना विकास दुबे को कैसे मिली? इसके लिए बाकायदा कॉल डिटेल्स भी खंगाली जा रही हैं. वहीं लोकल इंटेलिजेंस को लेकर भी पुलिस के आला अधिकारी गंभीर हैं. इस घटना के बाद इस पर भी विचार किया जा रहा है कि आखिर अपराधी जब इतनी बड़ी साजिश रच रहे थे तो फिर लोकल इंटेलिजेंस को इसकी भनक क्यों नहीं लगी.

56 से अधिक मुकदमे, क्यों नहीं हुई प्रभावी कार्रवाई

विकास दुबे के अपराधों की विवेचना करने वाले अधिकारियों पर भी पुलिस विभाग के आला अधिकारी कार्रवाई कर सकते हैं. विकास दुबे पर 56 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसके बावजूद भी वह जेल से बाहर कैसे था. ऐसे में विकास दुबे के आपराधिक मामलों की जांच करने वाले जांच अधिकारी के बारे में भी विभाग जानकारी जुटा रहा है. अगर विकास दुबे की जांच के मामले में लापरवाही की गई है तो इन जांच अधिकारियों के ऊपर भी विभाग बड़ी कार्रवाई कर सकता है.

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