लखनऊ : राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड को दिल्ली पुलिस की तरफ से अनुमति मिलने के बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस सतर्क हो गई है. मेरठ, मुरादाबाद और मुजफ्फरनगर जिलों से इस परेड में शामिल होने वाले किसान संगठनों और पदाधिकारियों से स्थानीय पुलिस के अधिकारी लगातार वार्ता कर रहे हैं. वहीं कानून व्यवस्था की दृष्टि से भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि किसान संगठनों के ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने को लेकर विशेष निगरानी रखी जा रही है. वहीं सोशल मीडिया पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल पंप से किसानों के ट्रैक्टरों को डीजल न दिए जाने की बात पूरी तरह से भ्रामक है.
ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले किसानों पर विशेष नजर
दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से भी किसानों के 5000 ट्रैक्टरों के शामिल होने का अनुमान है. पुलिस मुख्यालय से इस पूरे ट्रैक्टर परेड को लेकर विशेष सतर्कता बरते जाने को लेकर स्थानीय अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं. इसके लिए दिल्ली सीमा से सटे हुए उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुरादाबाद और मुजफ्फरनगर जिलों में किसान संगठनों से स्थानीय पुलिस अधिकारी लगातार वार्ता कर रहे हैं और प्रमुख मार्गों पर भी बैरियर लगाकर सुरक्षा चेकिंग की जा रही है.
किसानों को समझा रहे अधिकारी
मेरठ की सीमा से लगे हुए 45 गांव के किसानों पर विशेष नजर रखी जा रही है. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी गांव में जाकर समझाने का काम कर रहे हैं. वहीं आज से ही गंग नहर मार्ग, nh-58, मेरठ पौड़ी मार्ग पर पुलिस की अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है. पुलिस के अधिकारी किसान संगठनों, पदाधिकारियों और नेताओं को दिल्ली की परेड में शामिल न होने के लिए लगातार समझाने का प्रयास कर रहे हैं.
पेट्रोल पंप से डीजल न दिए जाने की बात भ्रामक
सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर परेड में शामिल होने वाले किसानों के ट्रैक्टरों को पेट्रोल पंप से डीजल न दिए जाने की खबर प्रमुख रूप से फैलाई जा रही है. वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि इस तरह का कोई आदेश पुलिस के द्वारा नहीं दिया गया है. सोशल मीडिया पर चल रही इस तरह की सूचना भ्रामक है. किसानों के पेट्रोल पंप से डीजल भरवाने पर कोई रोक नहीं है.