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त्यौहारों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यूपी पुलिस सतर्क, DGP ने दिए यह निर्देश

दीपावली व छठ पूजा की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान (DGP DS Chauhan) ने गुरुवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और कई कड़े निर्देश दिए. डीजीपी ने सभी एडीजी जोन, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी से आने वाले त्यौहारों को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी ली.

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Published : Oct 20, 2022, 9:17 PM IST

लखनऊ: दशहरा और बारावफात पर शांति-व्यवस्था बनाए रखने के बाद अब पुलिस अधिकारियों की नजर दीपावली व छठ पूजा की सुरक्षा-व्यवस्था की चुनौती पर है. कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान (DGP DS Chauhan) ने गुरुवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और कई कड़े निर्देश दिए. संवदेनशील क्षेत्रों की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेषकर चर्चा की गई और ऐसे सभी स्थानों पर पूरी सतर्कता बरते जाने का निर्देश दिया.

वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए डीजीपी ने सभी एडीजी जोन, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी से आने वाले त्यौहारों को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी ली. बाजारों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के साथ ही अधिकारियों के फुट पेट्रोलिंग करने व छोटी सी छोटी घटना को भी पूरी प्रमुखता से लिए जाने के निर्देश दिए. संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ ही शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखे जाने को कहा गया.



डीजीपी ने दिए निर्देश


- शहरों, कस्बों व मोहल्लों में पूर्व से गठित शांति समितियों, नागरिक सुरक्षा समितियों आदि से बैठक व वार्ताकर सभ्रान्त नागरिकों, शांति समिति के सदस्यों, डिजिटल वालेन्टियर आदि का सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाए.

- कार्यक्रमों के आयोजकों व संचालकों व अन्य पदाधिकारियों आदि के साथ सम्बन्धित अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर बैठक की जाए.

- थानों पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर और रजिस्टर नं-8 में उपलब्ध प्रवृष्टियों का अध्ययन कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाए.


- हर छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर विवादों को हल कराने के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित किए जाएं.

- बीट अधिकारी द्वारा अपने-अपने बीटों में भ्रमण कर विवादों आदि की जांच कर ली जाए और आवश्यकतानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाए.

- प्रमुख बाजारों व सर्राफा बाजार में गश्त व पिकेट का प्रभावी प्रबन्ध कर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए तथा कर्मियों को ब्रीफ किया जाए. यूपी-112 के वाहनों का भी प्लेसमेंट किया जाए. सादे वस्त्रों में भी पुरुष-महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए.

- महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थानों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जाए.

- रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, पेट्रोल पम्प, बाजार, मनोरंजन स्थल, पार्क व मल्टीप्लेक्स माल्स स्थानों पर सुदृढ़ पुलिस प्रबंध किया जाए. जनसहयोग से सम्बन्धित पुलिस थानों, अधिकारियों तथा अन्य महत्वपूर्ण नम्बरों का प्रचार किया जाए.

- प्रमुख बाजार, सर्राफा बाजार में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में नियमित फुट पेट्रोलिंग किया जाए तथा पीआरवी वाहनों व मोटर साइकिल से भी गश्त कराया जाए.

- विस्फोटक पदार्थ और पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस की थानावार सूची का जिलाधिकारी कार्यालय से मिलान करा लिया जाए.

- पूर्व में विस्फोटक पदार्थ, पटाखों का अवैध प्रयोग करने वाले प्रकाश में आए व्यक्तियों की सूची बनाकर उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए.

- सी-प्लान ऐप के माध्यम से सभ्रान्त व्यक्तियों से वार्ताकर लाभप्रद सूचनाओं पर आवश्यक कार्रवाई कराना सुनिश्चित करें.

- विस्फोटक पदार्थ, आतिशबाजी के निर्माण स्थलों की नियमानुसार आकस्मिक एवं प्रभावशाली चेकिंग करा ली जाए.

- आतिशबाजी के निर्माण एवं संग्रहण के सम्बन्ध में अनुज्ञापी आतिशबाजी निर्माता के भंडारग्रहों की चेकिंग उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी एवं अग्निशमन विभाग के अधिकारी के साथ सुनिश्चित की जाए. लाईसेंस की शर्तों का उल्लंघन करने अथवा अवैध संग्रहण करने वालों के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही सुनिश्चित किया जाए.

- सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर पटाखों व विस्फोटक सामग्री के परिवहन सम्बंधी प्रणाली की समीक्षा की जाए और यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि इनका परिवहन निहित मापदंड के अनुसार किया जा रहा है.

- आतिशबाजी के विक्रय सम्बंधी लाइसेंस में वर्णित शर्तों, उपबन्धों का सम्यक अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाये तथा लाइसेन्स की शर्तों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं के विरूद्ध नियमानुसार जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर विधिक कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें।

- अग्निशमन की समुचित व्यवस्था करते हुए अग्निशमन विभाग के कार्मिकों को सजग रहने के लिए निर्देशित किया जाए.

यह भी पढ़ें : राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद पर आरोप तय, कोर्ट 3 नवंबर को सुना सकती है फैसला

- आसूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय किया जाए. असमाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनकी समीक्षा कर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाए.

- सोशल मीडिया जैसे ट्विटर, व्हाटसएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर सतर्क दृष्टि रखी जाए. भ्रामक, आपत्तिजनक पोस्ट व अफवाहों का तत्काल सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेते हुए वैधानिक कार्रवाई की जाए तथा अफवाहों का खंडन किया जाए.

यह भी पढ़ें : लखनऊ में महिला के साथ दुष्कर्म करने वाले वार्ड ब्वॉय को पुलिस ने दबोचा, भेजा जेल

लखनऊ: दशहरा और बारावफात पर शांति-व्यवस्था बनाए रखने के बाद अब पुलिस अधिकारियों की नजर दीपावली व छठ पूजा की सुरक्षा-व्यवस्था की चुनौती पर है. कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान (DGP DS Chauhan) ने गुरुवार को कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और कई कड़े निर्देश दिए. संवदेनशील क्षेत्रों की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर विशेषकर चर्चा की गई और ऐसे सभी स्थानों पर पूरी सतर्कता बरते जाने का निर्देश दिया.

वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए डीजीपी ने सभी एडीजी जोन, आइजी व डीआइजी रेंज, एसएसपी व एसपी से आने वाले त्यौहारों को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी ली. बाजारों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के साथ ही अधिकारियों के फुट पेट्रोलिंग करने व छोटी सी छोटी घटना को भी पूरी प्रमुखता से लिए जाने के निर्देश दिए. संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ ही शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखे जाने को कहा गया.



डीजीपी ने दिए निर्देश


- शहरों, कस्बों व मोहल्लों में पूर्व से गठित शांति समितियों, नागरिक सुरक्षा समितियों आदि से बैठक व वार्ताकर सभ्रान्त नागरिकों, शांति समिति के सदस्यों, डिजिटल वालेन्टियर आदि का सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाए.

- कार्यक्रमों के आयोजकों व संचालकों व अन्य पदाधिकारियों आदि के साथ सम्बन्धित अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर बैठक की जाए.

- थानों पर उपलब्ध त्यौहार रजिस्टर और रजिस्टर नं-8 में उपलब्ध प्रवृष्टियों का अध्ययन कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाए.


- हर छोटी से छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर विवादों को हल कराने के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित किए जाएं.

- बीट अधिकारी द्वारा अपने-अपने बीटों में भ्रमण कर विवादों आदि की जांच कर ली जाए और आवश्यकतानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाए.

- प्रमुख बाजारों व सर्राफा बाजार में गश्त व पिकेट का प्रभावी प्रबन्ध कर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए तथा कर्मियों को ब्रीफ किया जाए. यूपी-112 के वाहनों का भी प्लेसमेंट किया जाए. सादे वस्त्रों में भी पुरुष-महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए.

- महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थानों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जाए.

- रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, पेट्रोल पम्प, बाजार, मनोरंजन स्थल, पार्क व मल्टीप्लेक्स माल्स स्थानों पर सुदृढ़ पुलिस प्रबंध किया जाए. जनसहयोग से सम्बन्धित पुलिस थानों, अधिकारियों तथा अन्य महत्वपूर्ण नम्बरों का प्रचार किया जाए.

- प्रमुख बाजार, सर्राफा बाजार में वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में नियमित फुट पेट्रोलिंग किया जाए तथा पीआरवी वाहनों व मोटर साइकिल से भी गश्त कराया जाए.

- विस्फोटक पदार्थ और पटाखा विक्रेताओं के लाइसेंस की थानावार सूची का जिलाधिकारी कार्यालय से मिलान करा लिया जाए.

- पूर्व में विस्फोटक पदार्थ, पटाखों का अवैध प्रयोग करने वाले प्रकाश में आए व्यक्तियों की सूची बनाकर उन पर कड़ी निगरानी रखी जाए.

- सी-प्लान ऐप के माध्यम से सभ्रान्त व्यक्तियों से वार्ताकर लाभप्रद सूचनाओं पर आवश्यक कार्रवाई कराना सुनिश्चित करें.

- विस्फोटक पदार्थ, आतिशबाजी के निर्माण स्थलों की नियमानुसार आकस्मिक एवं प्रभावशाली चेकिंग करा ली जाए.

- आतिशबाजी के निर्माण एवं संग्रहण के सम्बन्ध में अनुज्ञापी आतिशबाजी निर्माता के भंडारग्रहों की चेकिंग उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी एवं अग्निशमन विभाग के अधिकारी के साथ सुनिश्चित की जाए. लाईसेंस की शर्तों का उल्लंघन करने अथवा अवैध संग्रहण करने वालों के विरूद्ध नियमानुसार विधिक कार्यवाही सुनिश्चित किया जाए.

- सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर पटाखों व विस्फोटक सामग्री के परिवहन सम्बंधी प्रणाली की समीक्षा की जाए और यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि इनका परिवहन निहित मापदंड के अनुसार किया जा रहा है.

- आतिशबाजी के विक्रय सम्बंधी लाइसेंस में वर्णित शर्तों, उपबन्धों का सम्यक अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाये तथा लाइसेन्स की शर्तों का उल्लंघन करने वाले विक्रेताओं के विरूद्ध नियमानुसार जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर विधिक कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें।

- अग्निशमन की समुचित व्यवस्था करते हुए अग्निशमन विभाग के कार्मिकों को सजग रहने के लिए निर्देशित किया जाए.

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- आसूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय किया जाए. असमाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनकी समीक्षा कर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाए.

- सोशल मीडिया जैसे ट्विटर, व्हाटसएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर सतर्क दृष्टि रखी जाए. भ्रामक, आपत्तिजनक पोस्ट व अफवाहों का तत्काल सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेते हुए वैधानिक कार्रवाई की जाए तथा अफवाहों का खंडन किया जाए.

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