लखनऊ : सर्दियों के मौसम में यूपी में घुमंतू गिरोहों (UP police alert about nomadic gang) के एक्टिव होने पर डीजीपी ने सभी जिलों के कप्तानों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं. डीजीपी ने निर्देश दिया है कि थाना स्तर पर सभी पुलिसकर्मी गस्त कर संदिग्ध लोगों से पूछताछ करें व जरूरत पड़ने पर उनका सत्यापन भी किया जाए. दरअसल, सर्दी आते ही शहर, गांव व कस्बों में बावरिया व कच्छा बनियान गिरोह के लोग सक्रिय हो जाते हैं और अपराध करने के बाद वह रैन बसेरों में छिप जाते हैं.
डीजीपी डीएस चौहान ने निर्देश जारी करते हुए सभी जिले के पुलिस कप्तानों से कहा है कि 'सर्दियों में रात को घुमक्कड़, बावरिया, कच्छा बनियानधारी अपराधियों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं. इनकी रोकथाम के लिए पुरानी घटनाओं की समीक्षा के आधार पर हॉट स्पॉट चिन्हित करते हुए गश्त शुरू करने के साथ संदिग्ध लोगों की धरपकड़ तेज की जाए. इसके लिए विशेष तौर पर रात की गश्त सुबह तक नियमित कराई जाए. इस दौरान हूटर, सायरन, फ्लैश लाइट का प्रभावी प्रयोग किया जाए.'
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि 'घुमक्कड़ अपराधियों के ठहरने के ठिकाने विशेष रूप से शहर, कस्बों के बाहरी इलाकों, रेलवे लाइन एवं सड़कों के आस-पास लगे अस्थायी टेंटों पर चेकिंग करायी जाए. रेलवे स्टेशन के आस-पास, काॅलोनियों में जीआरपी के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर गश्त, चेकिंग की कार्यवाही प्रभावी रूप से की जाए लावारिस वाहन, एकान्त व सूनसान इलाकों में खड़े वाहनों की प्रभावी चेकिंग होगी. साथ ही रात्रि में शराब ठेकों, ढाबों इत्यादि के पास भी संदिग्धों की चेकिंग होगी. विगत 10 वर्षों में इस प्रकार के अपराधों में संलिप्त रहे अपराधियों को सूचीबद्ध करते हुए उनके सत्यापन की कार्रवाई के लिए अभियान चलाया जाए. गैंग का गैंगचार्ट तैयार कर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. इन अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने की कार्रवाई भी की जाए, ताकि इनकी निगरानी हो सके.'
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