लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मंत्री मंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर से कयासों का बाजार गर्म है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार शाम को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात करेंगे. इस सूचना के बाहर आने के साथ ही यह भी कयास लगाए जाने लगे हैं की बहुत जल्दी उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार संभव है. ओमप्रकाश राजभर जो कि लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार के इंतजार में लगे हुए हैं उनका मन में सकारात्मक भाव फिर से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. दूसरी ओर मऊ में हुए उप चुनाव में हर का सामना करने वाले दारा सिंह चौहान को भी यह उम्मीद होगी कि उनको यूपी के मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है. फिलहाल यह सब अनुमानों पर आधारित है सियासी गलियारों में यह सारे अनुमान तब तब लगाए जाते हैं जब-जब मुख्यमंत्री राज्यपाल से मुलाकात करते हैं.
इससे पहले दीपावली के पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मुलाकात की थी तब कहा जा रहा था कि धनतेरस के दिन यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार होगा. पांच राज्यों में चुनाव परिणाम आने के बाद एक बार फिर से माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है.
यूपी में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्य नाम ओमप्रकाश राजभर का है. राजभर लंबे समय से मीडिया में इस तरह के बयान दे रहे हैं कि उनको मंत्री बनाया जा सकता है. फिलहाल उनका निराशा ही मिली है. अपने साथ ही दारा सिंह चौहान का भी वे नाम ले रहे हैं. इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के भीतर से रामपुर के विधायक आकाश सक्सेना के अलावा एक ब्राह्मण चेहरे को भी मंत्री बनाया जा सकता है. उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल में अभी 6 सीटों का स्कोप और है. यानी की विस्तार होने की दशा में छह विधायक और मंत्री बनाए जा सकते हैं. लोकसभा चुनाव से पहले अगर मंत्रिमंडल हुआ तो मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी भविष्य में जातिगत संदेश देना चाहेगी. ताकि उसको लोकसभा चुनाव में लाभ मिल सके.
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यूपी मंत्रिमंडल का लोकसभा चुनाव 2024 से पहले हो सकता है विस्तार, क्या राजभर को मिलेगी कुर्सी