लखनऊ : पूरे देश में आयुष्मान भारत के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य बनकर उभरा है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का नंबर आता है. 1 करोड़ 80 लाख परिवार के बनाए गए आयुष्मान कार्ड यूपी में बनाए गए. कार्ड की कुल संख्या 4.15 करोड़ है.
स्टेट एजेंसी फॉर कम्प्रिहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (सांची) की सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप प्रदेश के गरीब लोगों को निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है. शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में अब तक 1 करोड़ 80 लाख परिवार के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं. इसमें से 1 करोड़ 31 लाख परिवार के आयुष्मान कार्ड प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनाए गए हैं, जबकि 56 लाख परिवार के आयुष्मान कार्ड मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनाए गए हैं.
सांची की सीईओ ने बताया कि प्रदेश में कुल लाभार्थियों में से 70 प्रतिशत परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं. अब तक प्रदेश के 3,662 अस्पतालों को आयुष्मान कार्ड से जोड़ा जा चुका है. इसमें 1118 सरकारी और 2544 निजी अस्पताल शामिल हैं. इन अस्पतालों द्वारा 27 लाख 62 हजार 262 लाभार्थियों का इलाज किया जा चुका है. किडनी ट्रांसप्लांट, हार्ट सर्जरी, हार्ट डिजीज, कूल्हा-घुटना प्रत्यारोपण और कैंसर के इलाज के साथ सर्जरी कराने वाले चार लाख 37 हजार 290 लाभार्थी भी शामिल हैं. इसके लिए अब तक तीन हजार 914 करोड़ की धनराशि खर्च की जा चुकी है. इसमें से 1502 करोड़ की धनराशि अति गंभीर बीमारी के इलाज में खर्च की गई है.
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