लखनऊ : स्तन कैंसर के बाद महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर बच्चेदानी के मुंह का कैंसर है. इसकी अच्छी बात यह है कि इसकी वैक्सीन उपलब्ध है. इसके रोकथाम के लिए 9-14 साल की लड़कियों का टीकाकरण आवश्यक रूप से कराना चाहिए. यह बातें केजीएमयू कुलपति प्रो सोनिया नित्यानंद ने सोमवार को कैंसर जागरूक सप्ताह के दौरान कहीं. इस दौरान उन्होंने स्तन कैंसर से लड़कर स्वस्थ हुए मरीजों एवं सभा में मौजूद अन्य लोगों को स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षणों को बताने के साथ-साथ बच्चेदानी के मुंह के कैंसर के बारे में भी जागरूक किया. किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के शल्य चिकित्सा विभाग मे वोमन इनपावरमेन्ट ग्रुप की सदस्य एवं सर्जरी विभाग की प्रो. (डॉ) गीतिका नन्दा द्वारा सोमवार को स्तन कैंसर 'विजया एक उत्सव" कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कैंसर से ठीक हुए मरीजों ने साझा किए अनुभव : इस मौके पर स्तन कैंसर से स्वस्थ हुए मरीजों ने अपनी बातें रखी एवं अपने अनुभव साझा किया. उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर से लड़ने के लिए परिवार का सपोर्ट होना बहुत जरूरी है. सपोर्ट से ही मरीजों में इस बीमारी से लड़कर सही होने की उम्मीद बढ़ जाती है. उन्होंने कीमोथेरेपी के बाद होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि बाल झड़ने के बाद सामाजिक हीनता को भी झेलना पड़ता है. लेकिन, हमें हिम्मत नहीं हारनी है और इन सबसे डरना नहीं है, क्योंकि कैंसर से स्वस्थ होने के बाद यह सब परेशानियां दूर हो जाती है. इसके बाद सभी मरीजों को उपहार एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
छात्र-छात्राओं ने पेश किया नुक्कड़ नाटक : कार्यक्रम के दौरान पैरामेडिकल के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करके लोगों को बेस्ट कैंसर के बारे में जागरुक किया. एवं उसके साथ ही रंगोली, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया. सभी प्रतिभागियों को ट्राफी एवं सर्टिफिकेट देकर पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर डॉ. पुनिता मानिक, इन्चार्ज, वोमेन इम्पावरमेंट सेल, डॉ. राजेश्वरी सिंघल, एसो. प्रो. पेरियोडेंटल , प्रो. अमिता जैन डीन, मेडिसिन एवं अन्य विभाग की फैकल्टी भी उपस्थित रहें.
जानकीपुरम विस्तार में नवनिर्मित ट्रामा सेंटर शुरू नहीं हो पा रहा : डॉक्टरों के अभाव में जानकीपुरम विस्तार में नवनिर्मित ट्रामा सेंटर शुरू नहीं हो पा रहा है. इसे शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार चिकित्सकीय उपकरणों की खरीद एवं साज- सज्जा संसाधन जुटाने के लिए न केवल करोड़ों का बजट दे चुकी है, बल्कि संचालन के लिए डॉक्टर समेत पूरे स्टाफ के 50 पद सृजित कर भेजे जा चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग की पूरी तैयारी है, मगर शासन की हरी झंडी नहीं मिली है.
जानकीपुरम विस्तार योजना के सेक्टर- तीन में नवनिर्मित ट्रॉमा सेंटर जल्द शुरू करने के लिए शासन के निर्देश थे. इसके लिए 29 जुलाई को शासन से तीन करोड़ एक लाख 88 हजार अट्ठावन रुपये भी जारी किए जा चुके हैं. इस बजट से अस्पताल में मरीजों में उपयोगी चिकित्सकीय उपकरण और अन्य संसाधन जुटाने के निर्देश हैं. आठ अगस्त को संयुक्त सचिव रचना गुप्ता ने इस ट्रॉमा सेंटर के संचालन के लिए डॉक्टर समेत समस्त स्टाफ के पद भी स्वीकृत किए हैं. इनमें दो एनेस्थेटिक, दो आर्थोपैडिक सर्जन, दो जनरल सर्जन और तीन कैजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर (ईएमओ) डॉक्टरों के पद सृजित हैं. इसके अलावा 15 स्टाफ नर्स समेत तीन ओटी टेक्नीशियन, तीन एक्स-रे टेक्नीशियन, दो लैब टेक्नीशियन, नौ नर्सिंग अटेंडेंट और नौ मल्टी टास्क वर्कर के पद स्वीकृत हैं.
योग थैरेपी से स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं को मिला आराम, विशेषज्ञ अब इस पद्धति पर कर रहे काम