लखनऊ: सरकार ने भले ही पेट्रोल-डीजल के भाव स्थिर कर दिए दिए हों. लेकिन सब्जियों पर इसका असर नहीं दिख रहा है. यह आज भी बीते महीने की अपेक्षा अधिक दाम पर ही बिक रही है. प्याज समेत कुछ सब्जियों के दाम कम हुए हैं. वहीं, शहर की मंडी से निकलने के बाद सब्जियां दुकान और ठेले पर आते ही दोगुने मूल्य पर बिक रही हैं. रविवार को शहर में आलू के भाव दो प्रकार के नजर आए. ठेले पर यह 15 से 18 रुपये और दुकानों पर 20 रुपये किलो बिक रहा था. मंडी में 15 से 20 रुपये बिकने वाला कद्दु ठेलों और दुकानों पर 25 से 30 रुपये में बिक रहा है. मंडी में 20 रुपये किलो लौकी बाजारों में 40 रुपये किलो बिक रही है. 20 रुपये किलो बिकने वाला खीरा बाजारों में 40 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है.
महिलाओं की बात
महिला बुशरा खान कहती हैं कि फुटकर में सब्जी बहुत महंगी बिक रही है. हर कोई मंडी नहीं जा सकता. मंडी में 100 से 120 रुपये में टमाटर मिल रहा है तो बाहर 150 से 160 में. सब्जी के दामों में इतना अंतर नहीं होना चाहिए. इससे लोग परेशान हैं. वहीं, सरिता त्रिपाठी कहती हैं कि लगातार सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. फुटकर में तो विक्रेता मनमाने दरों पर सब्जी बेच रहे हैं. इन पर किसी का अंकुश नहीं है. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
सब्जियों के भाव प्रति किलो (बाजार भाव)
टमाटर- 160, घुइयां- 50, नींबू- 70, बैंगन- 30, गाजर- 20, सेम- 50, शिमला मिर्च- 25, धनिया- 200, बंद गोभी 25,
भिडी- 35, अदरक- 200, लौकी- 30, प्याज-20, खीरा- 40, कद्दु- 30, फूल गोभी- 25, आलू- 20, पालक- 30.
शहर के चौक में सब्जी की दुकान संचालित करने वाले दुर्वेश ने बताया कि बारिश के चलते सब्जियां महंगी हो गई हैं. साथ ही मंडी से लाने पर भाड़ा और खराब माल निकलने से यह महंगी होती हैं.
बारिश ने बढ़ाई मांग
नवीन सब्जी मंडी दुबग्गा के अध्यक्ष परवेज हुसैन ने बताया कि सब्जियों पर महंगाई की मुख्य वजह बारिश हैं. बीते दो हफ़्तों से शुरू हुई बारिश से दामों में आग लग गई है. दाम बढ़ने से लोग जरूरत के मुताबिक ही खरीदारी कर रहे हैं. यही बड़ी वजह है कि जुलाई में भी सब्जियों के दामों में कमी नहीं आ पा रही है.
यह भी पढ़ें: Weekly Horoscope : कैसा रहेगा आपके लिए पूरा सप्ताह, जानिए 9 से 15 जुलाई तक का साप्ताहिक राशिफल