लखनऊ: अचानक सब्जियों के दाम बढ़ने के पीछे हाल ही में हुई बारिश को माना जा रहा है. थोक व्यापारियों के अनुसार, शहर में सब्जी की आपूर्ति स्थानीय और फार्म हाउस में लगी सब्जियों के साथ ही आसपास के जिलों से आने वाली सब्जियों से होती है. अप्रैल से लेकर मई के पहले सप्ताह तक हुई बारिश के कारण बड़ी मात्रा में खेतों में ही लगी सब्जियां सड़ गई हैं. ऐसा जिले से लेकर बाहर से आने वाली सब्जियों के साथ हुआ है. यही कारण है कि जो सब्जी कुछ दिनों पहले 10 रुपये किलो बिक रही थी, अब उसके दाम 15 से 20 रुपये पहुंच गए हैं.
बुधवार को शिमला मिर्च 22 रुपये किलो बिक रही थी, जबकि फूल गोभी के दाम करीब एक सप्ताह पहले 8 से 10 रुपये पर पीस थे, जो अब 12 से 15 रुपये पीस हो गए हैं. इसी तरह 4 से 5 रुपये पर पीस बिक रही बंद गोभी 8 से 10 रुपये हो गई. भिंडी 60 से 70 रुपये प्रति किलो बिक रही थी. कुछ दिनों पहले जो टमाटर 12 रुपये में दो से तीन किलो बिक रहा था, अब उसके दाम 15 से 20 रुपये किलो पहुंच गए हैं.
थोक व्यापारियों एजाज अहमद, विक्रम मौर्या और परवेज अहमद ने बताया कि इन दिनों टमाटर, मिर्च, धनिया, खीरा, शिमला मिर्च, कद्दू आदि की फसल का समय है. इन फसलों को पानी की जरूरत बेहद कम होती है. लेकिन, लगातार बारिश से जहां टमाटर को रोग ने पकड़ लिया, वहीं अन्य सब्जियां सड़ने लगी हैं. खरीफ, रबी और जायद तीनों ही सीजन में किसान अब सब्जी की खेती भी करते हैं.
मंडी में सब्जियों के भाव
हरी मिर्च -30 रुपये किलो, अदरक- 25 रुपये किलो, फूल गोभी- 10 रुपये/प्रति पीस, टमाटर- 15 रुपये किलो, हरी मटर- 15, रुपये किलो, पालक- 15 रुपये किलो, गाजर- 15 रुपये किलो, पुराना आलू- 10 रुपये किलो, नया आलू- 8 रुपये किलो, लहसुन- 50 रुपये किलो, प्याज 20 रुपये किलो, नींबू- 60 रुपये किलो, भिंडी- 50 रुपये किलो, तोराई- 45 रुपये किलो, कद्दू- 10 रुपये किलो, लौकी- 30 रुपये किलो, सेम- 30 रुपये किलो, परवल- 30 रुपये किलो, करेला- 40 रुपये किलो, धनिया- 10 रुपये किलो.
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