लखनऊ/बहराइच/अमरोहा/अयोध्या(ईटीवी भारत डेस्क): यूपी में लगातार हो रही बारिश से लोगों का जीवन बेहाल हो चुका है. कई जिलों में भारी बारिश के चलते मकान ढह गए हैं. इसमें घायलों की संख्या 10 तक पहुंच गई है, जबकि 3 लोगों की मौत हो चुकी है. इसी कड़ी में लखनऊ के मलीहाबाद में जानवरों को चारा देने गई एक युवती पर मकान की छत भरभरा कर गिर गई. मकान के मलबे में दबने से युवती गंभीर रूप से घायल हो गई. घायल युवती को अस्पताल पहुंचाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
बहराइच में कच्चा मकान गिरने से 5 घायल
बहराइच के फखरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बुबकापुर गांव के मजरा जोलहनपुरवा में सोमवार की रात भारी बारिश के चलते मिट्टी का कच्चा मकान गिर गया. इससे मलबे में इंसान (57) अली के साथ पत्नी करीना, बेटी जस्मीन (5), यास्मीन (3) पुत्र सुबराती और इमामू (7) सभी लोग मकान के मलबे में दब गए थे. चीख पुकार सुनकर गांव के लोग आए. सभी ने मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालत गंभीर होने के चलते सभी घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया.
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संभल में भारी बारिश से गांव मुकर्रबपुर, ओबरी और मनोटा के अलावा संभल शहर के मोहल्ला कोट पूर्वी में भरभरा कर मकान गिरे हैं. यहांं मकान के मलबे में दबकर जहां एक पशु की मौत हो गई तो वहीं, भाई, बहन और मां सहित 4 लोग दबकर घायल हुए हैं. घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. मौके पर पहुंची राजस्व विभाग की टीम ने नुकसान का आकलन कर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजी है.
हापुड़ में बारिश से गिरा मकान, 3 घायल
हापुड़ में भी लगातार हो रही बारिश से कई जगह मकान गिरने से हादसे हुए हैं. हापुड़ की पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव फगौता में सुबह करीब 4 बजे कच्चे मकान की छत गिर गई. मकान की छत गिरने से बंटी (30) और पत्नी सुनीता (28) सहित (4) वर्षीय मासूम रितिका घायल हो गई. गनीमत रही कि परिवार को ज्यादा चोटें नहीं आई हैं. आसपास के ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर परिवार की जान बचाई. पीड़ित परिवार ने सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर गुहार लगाई है.
अमरोहा में मकान गिरने से एक किसान की मौत
उत्तर प्रदेश के जनपद अमरोहा के थाना गजरौला क्षेत्र के खाद गुर्जर रहने वाले एक किसान के ऊपर मकान की दीवार गिर गई. चीख पुकार सुन आस-पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए. लोग किसान को लेकर तुरंत गजरौला सीएचसी पहुंचे. लेकिन, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. किसान की मौत के बाद परिवार के लोगों में कोहराम मचा हुआ है.
अयोध्या में बारिश से मकान गिरा, मां-बेटे की मौत, 2 घायल
अयोध्या में बीते 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते मंगलवार की सुबह जनपद के ग्रामीण क्षेत्र मिल्कीपुर में एक बड़ा हादसा हो गया. इसमें एक कच्चा मकान गिरने से मां और बेटे की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, परिवार के 2 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं.पड़ोसियों और गांव के लोगों की मदद से आनन-फानन में राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया. जिसके बाद घायलों को मलबे से बाहर निकाल कर अस्पताल भेजा गया है. जहां दो की हालत गंभीर बनी हुई है. जबकि, 2 लोगों की मृत्यु की सूचना है.
वहीं अयोध्या में सरयू का भी जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए 75 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है. नदी का जलस्तर अब तक बीते 10 वर्षों में सर्वाधिक अधिक है. अगले 24 घंटे तक सरयू का जलस्तर और बढ़ने की आशंका है. प्रशासन ने घाटों पर जल पुलिस के जवानों को तैयार कर दिया है. घाट पुरोहित राम आधार पांडेय ने कहा कि सरयू माता का जल निरंतर बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय जल आयोग के अवर अभियंता अमन चौधरी ने कहा कि सरयू नदी खतरे के निशान 75 सेमी ऊपर बह रही है. नेपाल से छोड़े गए पानी की वजह से लगातार सरयू का जलस्तर बढ़ता जा रहा है.
संभल में से तुर्तीपुर इल्हा वार्ड बना तालाब
संभल में तीन दिन की मूसलाधार बारिश ने किसानों के फसलों को पानी में डूबो दिया है. बारिश में संभल सदर क्षेत्र (Sambhal Sadar Area) के मोहल्ला तुर्तीपुर इल्हा वार्ड 31 पानी में डूब गया है. लोग यहां से पलायन कर सुरक्षित ठिकानों पर जा रहे हैं. तालाब में तब्दील हुई बस्ती में जानवर मरे पड़े हैं. लगातार बदबू की वजह से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. दैवीय आपदा के कारण किसानों को आर्थिक व मानसिक नुकसान पहुंचा है. बेमौसम बरसात के कारण अन्नदाता बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं. सांसद ने किसानों की फसलों के नुकसान के मामले में मुख्यमंत्री से मुआवजे के लिए आग्रह किया है.
गोरखपुर में बाढ़ से 88 गांव प्रभावित
गोरखपुर में लगातार हो रही बारिश से राप्ती, रोहिन और सरयू नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. नदी के किनारे बसे गांव पानी में डूब गये हैं. जिले में बाढ़ से 88 गांव प्रभावित हुए हैं. इसमें 25 गांव पूरी तरह से पानी से घिर गए हैं. इस मूसलाधार बारिश की वजह से 22 हजार की आबादी प्रभावित हुई है. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व (ADM Finance & Revenue) राजेश कुमार सिंह ने बताया है कि गांव वालों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है. लेकिन इसके बावजूद जान जोखिम में डालकर ग्रामीण और बच्चे गांव में घरों से रोजमर्रा की जरूरतों का सामान ले आने के लिए नाव से आ जा रहे हैं. इसके अलावा ग्रामिणों की सुरक्षा के लिए 67 नाव लगाई गईं हैं.
हाथरस में बारिश के बीच कूलर टब में नाव का मजा लेते बच्चे
हाथरस में भारी बारिश (Heavy rain in Hathras) से खेत में पानी भरने से फसलें नष्ट हो चुकी हैं. शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में चारों तरफ जलभराव हुआ है. किसानों का कहना है कि फसलों का सौ फीसदी नुकसान हुआ है. वहीं, सादाबाद में एक खेत में जलभराव होने पर कूलर के टब में बैठकर बच्चे नाव का मजा ले रहे हैं.
कानपुर में भगवान शिव के नंदी पर आकाशीय बिजली गिरने से टूटी सींग
कानपुर में हो रही भारी बारिश के बीच आकाशीय बिजली का भी कहर जारी है. घाटमपुर क्षेत्र में स्थित भगवान शिव का एक प्रचीन मंदिर (ancient temple of Lord Shiva) है. जहां बारिश के साथ तेज कड़कदार आवाज के साथ आकाशीय बिजली अचानक मंदिर में गिरी. जिससे मंदिर में लगे टाइल्स क्षतिग्रस्त हो गए.वहीं, टाइल्स टूटने के दौरान मंदिर में स्थित नंदी की प्रतिमा में लगे सींग भी टूट गए. उनके मस्तक पर किया गया श्रृंगार भी तितर बितर हो गया. वहीं पास में स्थित शिवलिंग में भी कुछ सफेद धारी भी दिखाई दी. मंदिर में लगे घंटे भी काले पड़ गए.
रामपुर में भारी बारिश से कोसी नदी ने काटा मुख्य राजमार्ग
रामपुर में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश से नदी के जलस्तर में बढोत्तरी हो रही है. जिसकी वजह से कोसी और रामगंगा नदियों (Kosi and Ramganga river) में पानी का जलस्तर लगातार बढ़ने से उफान पर हैं. परानपुर के पुल की सड़क कोसी नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से कटना शुरू हो गया है. यह मुख्य मार्ग रामपुर से तहसील टांडा को मुरादाबाद जनपद से भी जोड़ता है. वहीं जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ (DM Ravindra Kumar Mandar) ने लोगों से अपील की है कि नदियों के किनारे न जाएं. जिन लोगों के कच्चे माकान जर्जर हैं. वे सभी लोग गांव के सरकारी स्कूलों को शेल्टर होम बनाया है.
कौशांबी में भ्रष्टाचार की दीवाल में दबकर 150 भेड़ों की मौत
कौशांबी में लगातार हो रही तेज बारिश के बाद जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांधी नगर के रमेश और सुनील भेड़ पालन करके अपने परिवार का भरण पोषण करते है. तेज बारिश की वजह से सड़क के किनारे दीवाल के बगल में लगभग 200 भेंड़े खड़ी थी. जिनपर नगर पालिका द्वारा एक महीने पहले बनवाई गई दिवाल गिर गई. दीवार के मलबे में दबकर 150 भेड़ों की मौत हो गई. सूचना पर मंझनपुर एसडीएम प्रखर उत्तम नगर पालिका के कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच गए.
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