लखनऊ: राजधानी में बेघर और बेसहारा लोगों के लिए शासन ने रैन बसेरों की व्यवस्था कराई है. शासन ने फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए फुटपाथ पर न सोने की अपील भी की है. लखनऊ में 24 स्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. वहीं कई अस्थाई रैन बसेरों की भी व्यवस्था की गई है, जिससे बेघर और बेसहारा लोग इस ठंड से बच सकें और स्वस्थ रहें.
राजधानी लखनऊ में फुटपाथ पर सोने वाले और बेघर व बेसहारा लोगों की चिंता करते हुए सरकार ने उन लोगों को सोने और रहने के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था कराई है, लेकिन लोगों को रैन बसेरों के बारे में जानकारी न होने के कारण फुटपाथ पर ही रात काटनी पड़ रही है.
सरकार की ओर से तमाम व्यवस्था कराए जाने के बाद भी लोगों को उसके बारे में जानकारी नहीं है, जिस कारण से लोग फुटपाथ पर ही सो जाते हैं. लखनऊ में 112 की सुविधा से फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को रैन बसेरों तक छोड़ने की योजना है, लेकिन कहीं न कहीं अभी भी लोग फुटपाथ पर सोते हुए दिखाई देते हैं. फुटपाथ पर सोने वालों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनको रैन बसेरों का बारे में पता ही नहीं है.
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जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश का कहना है कि अब कोई फुटपाथ पर नहीं सोएगा. हमने जगह-जगह रैन बसेरों की लिस्ट और पब्लिक प्लेस पर पोस्टर चिपकाए हैं,