लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर मंंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में निजी विश्वविद्यालयों के संचालकों को विश्वविद्यालय स्थापना का आशय पत्र सौंपा. इस मौके पर उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, मुख्य सचिव आरके तिवारी, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. उच्च शिक्षा विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 28 निजी विश्वविद्यालयों के स्थापना के लिए आशय पत्र जारी करने के साथ ही प्रदेश में 3 नए राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना भी की जाएगी. जिनमें तीन जिले सहारनपुर, आजमगढ़ और अलीगढ़ शामिल हैं.
वहीं प्रदेश में 49 नए राजकीय महाविद्यालयों की स्थापना भी की जा रही है. इस मौके पर विश्वविद्यालयों के संचालक भी मौजूद रहे. ईटीवी भारत से बातचीत में विश्वविद्यालय प्रतिनिधियों ने बताया कि निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालयों का संचालन शुरू किए जाने से शिक्षा क्षेत्र में प्रतियोगी माहौल बनेगा. इससे उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी. शारदा यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरमैन वाई.के. गुप्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है. यहां युवाओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी निजी क्षेत्र संभालने को तैयार हैं.
वहीं भगवंत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के चेयरमैन अनिल सिंह ने कहा कि टेक्नोलॉजी और फार्मेसी के क्षेत्र में उनकी संस्था लंबे समय से काम कर रही है. उत्तराखंड और राजस्थान में वह पहले से विश्वविद्यालय संचालित कर रहे हैं. इंडस्ट्रियल ग्रोथ में कमी आने की वजह से पिछले वर्षों में टेक्नोलॉजी शिक्षण संस्थानों की रेटिंग कम हुई है लेकिन अर्थव्यवस्था में सुधार होने के साथ उम्मीद है कि आने वाले समय में टेक्नोलॉजी शिक्षा की अहमियत बढ़ेगी.
वरुणार्जुन ट्रस्ट के चेयरमैन डॉ. केशव कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनकी संस्था कई कॉलेज का संचालन कर रही है. उत्तर प्रदेश के छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूसरे राज्यों की ओर जाना पड़ रहा है. ऐसे में एक साथ 28 निजी विश्वविद्यालय खुलने से प्रदेश में उच्च शिक्षा का बेहतर माहौल बनेगा.