लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) की सरगर्मी के बीच राहत भरी खबर है. जहां यूपी में कोरोना केस (UP Corona case) में लगातार कमी आ रही है. प्रदेश में गुरुवार सुबह 800 नए केस मिले. फाइनल रिपोर्ट दोपहर बाद आएगी. वहीं, सरकारी कोरोना वैक्सीनेशन बूथ (Corona Vaccination Booth) आज मतदान वाले दिन बंद रहेंगे. यह जानकारी राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अजय घई ने दी.
बुधवार को 24 घंटे में 1 लाख 98 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट (Corona test) किए गए. इसमें 2127 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. साथ ही 5155 मरीज डिस्चार्ज किए गए. देश में सर्वाधिक यूपी में 10 करोड़ 11 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization WHO) की मानक से अधिक है.
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इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में कोरोना जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट (Corona Gene Sequencing Test) शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वेरिएंट पाया गया. तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicron Variants) पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसदी थी, जो अब घटकर 1.29 फीसदी पर आ गई है.
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई, यह महाराष्ट्र से आए थे. वहीं, 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमीक्रोन वेरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई है. इसमें 359 ओमीक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा व अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं.
पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वेरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी कर रही है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया है.
राज्य में जनवरी की शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 20,065 हजार रह गए हैं. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं.
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2 फीसदी है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 1.29 फीसदी रह गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत एक फीसदी रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसदी पॉजिटीविटी रेट की गई. अक्टूबर में संक्रमण दर 0.01 फीसदी थी.
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 20 हजार हो गई है. वहीं, रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी थी, अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गई है. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 96.5 फीसदी रह गई है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं, 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई थी.
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