लखनऊः वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते पूरे देश में 24 मार्च से लॉकडाउन जारी है. इस लॉकडाउन का असर पेट्रोलियम पदार्थों की खपत पर भी दिखने लगा है. सामान्य दिनों में जहां हर दिन करीब 10 हजार लीटर की खपत प्रतिदिन होती थी. वहीं लॉकडाउन में यह खपत 70 फीसदी तक घट गया है.
सभी पेट्रोल पंप पर पसरा सन्नाटा-
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जब से लॉकडाउन लागू हुआ है तब से लेकर अभी तक पेट्रोल-डीजल की खपत करीब 70 फीसदी तक गिर गई है. महज 20 से 30% ही खपत हो रही है. बता दें जिले में सप्लाई से जुड़े पेट्रोल पंपों की संख्या 200 के करीब है, जिनमें 50 फ़ीसदी शहर और बाकी गांव में है.
16 मार्च से नहीं बदले रेट-
पेट्रोलियम पदार्थों के दाम ऊपर-नीचे होते थे लेकिन जब से लॉकडाउन लागू हुआ है तब से रेट बदले नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस रेट पर कंपनियां हमको पेट्रोल देती है उसी रेट पर हम भेजते हैं.
यूपी सरकार ने 2 फीसदी बढ़ाया वैट-
प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना के समय राजस्व वसूली के लिए पेट्रोलियम पदार्थों पर 2 फीसदी वैट बढ़ा दिया है. वैट बढ़ने से राजधानी में पेट्रोल की कीमत 73 और डीजल की कीमत 64 रुपये के आसपास पहुंच गई है. सारी व्यवस्था बंद होने से पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री पर भी असर पड़ा है. पहले पेट्रोल पंप हर समय गुलजार रहते थे वहीं अब यहां पर सन्नाटा पसरा रहता है.
लॉकडाउन के नियमों का हो रहा पालन-
पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि कोरोना के समय लॉकडाउन के नियमों का भली-भांति पालन किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग को भी फॉलो किया जा रहा है.
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