लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी उत्तर प्रदेश में अपने जनाधार को खोती जा रही है. चार बड़े राज्यों में आए विधानसभा चुनाव के परिणाम में भी कांग्रेस पार्टी को जबर्दस्त झटका लगा है. लेकिन, इसके इतर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को सोशल मीडिया पर लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है. कांग्रेस पार्टी बीते तीन महीने में यूट्यूब पर भाजपा और समाजवादी पार्टी को पीछे छोड़ने में कामयाब रही है. कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया बैंक की तरफ से जारी सूचना के अनुसार यूट्यूब पर कांग्रेस की बीते कुछ महीनो में रीच 12 लाख तक पहुंच गई है.
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सोशल मीडिया को मजबूत करने का दिया था निर्देशः उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सितंबर में प्रदेश में नए अध्यक्ष की नियुक्ति करते हुए अजय राय को कमान सौंपी थी. प्रदेश की कमान संभालने के साथ ही अजय राय ने सबसे पहले पार्टी की सोशल मीडिया विंग को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर रीच बढ़ाने के निर्देश दिए थे.
कांग्रेस ने सपा-भाजपा को पीछे छोड़ाः इसके बाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सोशल मीडिया विंग की इंचार्ज पंखुड़ी पाठक ने ट्विटर यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया चैनलों पर पार्टी की रीच बढ़ाने और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की कवायद शुरू की. बीते तीन महीने में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी केवल यूट्यूब पर ही फॉलोअर्स की संख्या में 2,10,000 की बढ़ोतरी दर्ज करते हुए भाजपा उत्तर प्रदेश व समाजवादी पार्टी को यूट्यूब पर पीछे छोड़ दिया है.
कांग्रेस के यूट्यूब पर कितने सब्सक्राइबरः मौजूदा समय में जहां उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के यूट्यूब पर 12 लाख 90,000 से अधिक सब्सक्राइबर हैं तो वहीं प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश में यूट्यूब पर 9,24,000 से अधिक सब्सक्राइबर हैं. जबकि प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के पास 3,71,000 ही सब्सक्राइबर मौजूद हैं.
वीडियो पोस्ट करने में भी कांग्रेस पार्टी दूसरी पार्टियों से आगे निकलीः उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया टीम से जुड़े विपिन गुप्ता ने बताया कि यूट्यूब पर कांग्रेस पार्टी ने काफी मेहनत की है. मौजूदा समय में कांग्रेस के यूट्यूब पेज पर 3800 से अधिक वीडियो पोस्ट किए गए हैं, जबकि भाजपा उत्तर प्रदेश के यूट्यूब पेज पर 1700 वीडियो और समाजवादी पार्टी के यूट्यूब पेज पर 733 वीडियो ही पोस्ट किए गए हैं. कांग्रेस पार्टी इसे एक बड़ी सफलता के तौर पर देख रही है. इसके अलावा पार्टी के अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.