लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव में इस बार बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की ही साख दांव पर नहीं लगी है, बल्कि उनके भतीजे और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगीं है. दरअसल, बीएसपी सुप्रीमो ने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाकर जिम्मेदारी दी थी कि युवाओं को पार्टी के साथ जोड़ा जाए.
ज्यादा से ज्यादा युवा पार्टी के साथ जुड़ेंगे तो इसका फायदा चुनावों में बसपा को मिलेगा. बाकायदा आकाश आनंद ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी कि पार्टी के संगठन में 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व युवाओं को मिलेगा. निकाय चुनाव में युवाओं को पार्टी ने टिकट तो खूब दिया है, लेकिन जीत कितने हासिल कर पाएंगे, ये चुनाव नतीजे ही बताएंगे.
उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव के दोनों चरणों के प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं. नामांकन प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. सभी पार्टियों ने अपनी तरफ से दमदार प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है. बहुजन समाज पार्टी की उत्तर प्रदेश में स्थिति भले ही ठीक न हो, लेकिन निकाय चुनाव से एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी मजबूती से आगे आने के लिए तैयार है. यही वजह है कि पार्टी ने इस बार नगर निगम से लेकर नगर पालिका और महापौर तक के टिकट में युवाओं को खासी तवज्जो दी है.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव से पहले ही पार्टी में अपने भतीजे आकाश आनंद को इसीलिए नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया था कि वह युवा हैं और युवाओं को पार्टी से जोड़ेंगे. संगठन में युवाओं को तरजीह देंगे. निकाय चुनाव में युवाओं को टिकट दिया जाएगा, जिससे लोकसभा चुनाव में युवाओं की बड़ी टीम बहुजन समाज पार्टी के लिए खड़ी की जा सके. बहुजन समाज पार्टी के सूत्र बताते हैं कि आकाश आनंद ने निकाय चुनाव के टिकटों के विभाजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने युवाओं को खासी अहमियत भी टिकट बंटवारे में दी है.
लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के तमाम ऐसे प्रत्याशी हैं जिनकी उम्र 25 से लेकर 40 साल के बीच है. लखनऊ में तो पार्टी ने गुरुनानक वार्ड से एक ऐसे प्रत्याशी को पार्षद का टिकट दिया है जिसकी उम्र महज 25 साल ही है. इस प्रत्याशी का नाम रजत तिवारी है. महात्मा गांधी वार्ड विक्रमादित्य से पार्टी ने अमित चौधरी को प्रत्याशी बनाया है जिनकी उम्र 37 साल ही है. आशीष सोनकर, रंजीत पासी, अमित सिंह यादव, कमल गौतम, दिलीप रावत, दीपक यादव, दुर्गेश प्रजापति, आशीष सोनकर, अनुज श्रीवास्तव, शैलेंद्र द्विवेदी, कुलदीप वर्मा, पूर्णेश पाल, शैलेंद्र द्विवेदी जैसे प्रत्याशियों को पार्टी ने इस बार मौका दिया है.
बहुजन समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र गौतम का कहना है कि युवा देश का भविष्य है. यही सोचकर युवाओं को इस बार के निकाय चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने खास वरीयता दी है. 25 साल से लेकर 40 साल तक के युवाओं को मौका दिया गया है. इन टिकटों में तकरीबन आधे युवाओं को प्रत्याशी बनाया गया है. बीएसपी जिलाध्यक्ष गौतम का कहना है कि लखनऊ में कुल 88 पार्षद प्रत्याशी बहुजन समाज पार्टी ने उतारे हैं, जिनमें से लगभग 45 प्रत्याशी 25 से 40 साल के बीच की आयु के हैं.